Vinit Abha Upadhyay/Saurav Singh
Ranchi : हजारीबाग में वन भूमि की अवैध ढंग से खरीद-बिक्री और नियमविरुद्ध उस भूमि के म्यूटेशन से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले की जांच झारखंड एसीबी कर रही है. अब तक इस केस में एसीबी ने विनय सिंह और विजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. वहीँ हजारीबाग सदर अंचल की तत्कालीन सीओ अलका कुमारी का बयान एसीबी कोर्ट में दर्ज करवा दिया गया है.
इस मामले की जांच के दौरान एसीबी को रिपोर्ट मिली है, जिससे यह प्रतीत होता है कि विनय सिंह का हजारीबाग स्थित नेक्सजेन शोरूम भ्रष्टाचार की नींव पर खड़ा है. विनय सिंह का नेक्सजेन शोरूम जिस भूमि पर खड़ा है, उसका थाना नंबर 252, खाता नंबर 95 और प्लॉट नंबर 1055, 1060 व 848, जिसका कुल रकबा 28 डिसमिल और खाता नंबर 73 व प्लॉट नंबर 812 का रकबा 72 डिसमिल है.
यह भूमि सदर अंचल के बभनवे मौजा के हल्का 11 में स्थित है. उक्त खाता प्लॉट की भूमि गैरमजरुआ खाते की भूमि है और इसका किस्म जंगल है. 18 जून को सदर अंचल के वर्तमान सीओ ने एसीबी को दी गई अपनी रिपोर्ट में यह बातें लिखी है और यह भी लिखा है कि उक्त खाता प्लॉट की भूमि पर विनय सिंह और उनकी पत्नी स्निग्धा सिंह का दखल कब्जा है और फिलहाल इसपर नेक्सजेन का शोरूम संचालित है.
जबकि नियमों के मुताबिक, जंगल किस्म की भूमि पर सिर्फ वानिकी का कार्य ही किया जा सकता है. लेकिन विनय सिंह ने सभी नियमों को दरकिनार कर वहां शोरूम खड़ा कर दिया.
इस जांच रिपोर्ट की एक कॉपी हजारीबाग डीसी को भी दी गई है. इसके बाद अब जिला प्रसाशन विनय सिंह और उनकी पत्नी के नाम पर चल रही जमाबंदी को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर सकता है.
Leave a Comment