Ranchi: साहिबगंज जिले के पंकज मिश्रा के वायरल ऑडियो को सुनकर अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है. वायरल ऑडियो में पंकज मिश्रा पर कई आरोप लगे हैं. उन पर आरोप है कि छोटे-मोटे ठेका से लेकर बड़ी-बड़ी नीलामी और ट्रांसफर-पोस्टिंग कराने में उनकी अहम भूमिका रहती है. गुरुवार को साहिबगंज के पुलिस अफसर और कारोबारी की बातचीत के वायरल ऑडियो से ऐसी ही बातें सामने आई हैं. अब राजनीतिक गलियारे में भी इस मामले में तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है. पंकज मिश्रा के कारनामों के खिलाफ बीजेपी के साथ-साथ सत्ताधारी विधायकों भी आवाज उठा रहे हैं, लेकिन उसपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
मुख्यमंत्री भी पंकज मिश्रा के आगे मजबूर- बाबूलाल मरांडी
बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी का कहना है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी पंकज मिश्रा के आगे विवश हैं. पंकज मिश्रा पाकुड़ और साहिबगंज में सुपर सीएम हैं. पिछले साल बड़हरवा नगर पंचायत की नीलामी के मामले में पंकज मिश्रा, आलमगीर आलम पर एफआईआर भी दर्ज हुआ, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. लोकायुक्त के निर्देश के बाद भी इस मामले में पंकज मिश्रा पर कोई एक्शन नहीं लिया गया. रूपा तिर्की मामले में भी पंकज मिश्रा से पुलिस ने कोई पूछताछ नहीं की. जो व्यक्ति इतना प्रभावशाली है, जिसके कहने पर आईजी और डीआईजी काम करते हैं, उसके खिलाफ निष्पक्ष जांच की उम्मीद कैसे कर सकते हैं.
जब सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का- सीपी सिंह
बीजेपी विधायक सीपी सिंह कहते हैं कि पंकज मिश्रा पर लगातार कोई न कोई आरोप लग रहा है. इसके बाद भी उनपर कार्रवाई नहीं हो रही. साहिबगंज, पाकुड़ में उसने अपना दबदबा बना रखा है. मुख्यमंत्री को आरोपों की जांच करानी चाहिए. अगर आरोप गलत हैं तो आरोप लगाने वाले पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए. मामला सीएम से जुड़ा है, इसलिए कम लोग ही बोलते हैं. एक न एक दिन सीएम को सद्बुद्धि आएगी और सकारात्मक कदम उठायेंगे.
ऑडियो बता रहा है सरकार का चरित्र- बिरंची नारायण
बीजेपी विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि ये ऑडियो सरकार के चरित्र को दिखाता है. पंकज मिश्रा के मुद्दे पर बजट सत्र में भी काफी हंगामा हुआ था. फिर भी उसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई. झारखंड की जनता को समझना चाहिए कि दलाल और यह दलाल और बिचौलियों की सरकार है. इस सरकार में आम जनता का भला नहीं होने वाला है.
साहिबंगज, पाकुड़ में समानांतर सरकार क्यों- संजय सेठ
रांची के सांसद संजय सेठ ने कहा है कि यह सामान्तर सरकार क्यों. यह जांच का विषय है. चाहे रूपा तिर्की की आत्महत्या का मामला हो चाहे नये वायरल वीडियो का. सभी में केवल एक ही व्यक्ति का नाम आ रहा है. जरूरी है मुख्यमंत्री को मामले में संज्ञान लेना चाहिए. अगर ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी नहीं गयी, तो कहां पर संविधान और कानून का शासन रहेगा.
संथाल में सुपर सीएम से हर कोई परेशान- लुईस मरांडी
पूर्व मंत्री लुईस मरांडी ने कहा कि पुलिस पदाधिकारी और कारोबारी के वायरल ऑडियो में जो बातें सामने आयी है वो हम लोग हर रोज आंखों से देखते हैं. सीधे-सीधे शब्दों में कहें तो संथाल के हर जिले में सरकार में शामिल लोगों की तूती बोलती है. वे खुद को इलाके का सीएम घोषित कर चुके हैं. बालू, कोयला और पत्थर का अवैध खनन और तस्करी इन लोगों के कारण जोरशोर से हो रहा. सरकार को राजस्व की भारी क्षति हो रही है.
हालत चिंताजनक, मुख्यमंत्री क्यों नहीं करते कार्रवाई- अनंत ओझा
बीजेपी के राजमहल विधायक अनंत ओझा ना कहा कि साहिबगंज की हालत चिंताजनक है. पंकज मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई करने की लगातार मांग कर रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री उनपर कोई कार्रवाई करना नहीं चाहते.
सीएम की चुप्पी का मतलब जनता समझ चुकी है-मिस्फिका
बीजेपी की प्रदेश प्रवक्ता मिस्फिका ने कहा कि सरकार के मुखिया के संरक्षण में साहिबगंज जिला में हो रहे नंगा नाच से राज्य की जनता वाकिफ हो चुकी है. अवैध खनन से लेकर मानव तस्करी तक हो रही है. पैसे लेकर ट्रांसफर-पोस्टिंग से लेकर रूपा तिर्की हत्याकांड तक मे एक ही व्यक्ति पंकज मिश्रा का बार-बार नाम आना और माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पूरे प्रकरण में चुप्पी को राज्य की जनता समझ चुकी है.