गांवों में नहीं हो रही ऑनलाइन वैक्सीन बुकिंग, कोविन पर 60% से ज्यादा वैक्सीन दिख रहा खाली
Ranchi: कोरोना संक्रमण की रफ्तार में थोड़ी कमी आने से झारखंड के लोगों ने राहत की सांस ली है. अब सरकार और प्रशासन से लेकर आम लोगों का ध्यान कोविड टीकाकरण पर केंद्रित हो गया है. वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है, लेकिन सिर्फ शहरों में ही. गांवों में अब भी टीकाकरण रफ्तार नहीं पकड़ पाया है.
जहां राजधानी रांची के सभी टीकाकरण केंद्रों के स्लॉट अगले एक हफ्ते तक पूरी तरह फुल हैं वहीं ग्रामीण इलाकों में पूरा का पूरा स्लॉट खाली है. 60 फीसदी से ज्यादा वैक्सीन खाली रह जा रहे हैं. इसका कारण जागरूकता की कमी, डिजिटल अशिक्षा या फिर अफवाह भी हो सकती है, लेकिन यह सरकार और समाज के लिए काफी चिंता की बात है. शहर से निकलकर अब कोरोना गांवों में पहुंच गया है. गांव के गांव बीमार लोगों से भरे पड़े हैं. ऐसे में गांवों में हर व्यक्ति का कोविड टीकाकरण होना बहुत जरूरी है. तभी कोरोना से जंग हम जीत पायेंगे.
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रांची के सभी वैक्सीनेशन सेंटर में बुकिंग फुल
डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिये लोगों को कोरोना का टीका लग रहा है. कोविन पर रजिस्ट्रेशन करने के बाद लोग अपना स्लॉट बुक कर रहे हैं. राजधानी रांची के सभी टीकाकरण केंद्रों पर बुकिंग फुल हो चुकी है. रामलखन सिंह यादव कॉलेज के टीकाकरण केंद्र में आज से 21 मई तक का स्लॉट बुक है. यहां 18 प्लस वालों को टीका मिल रहा है. वहीं रेडक्रॉस, रिसालदार बाबा मजार, रिम्स, रिम्स-2, सदर, सदर-1, यूपीएचसी चुटिया और विमेंस कॉलेज के वैक्सीनेशन सेंटर के सभी वैक्सीन बुक्ड हैं. खास कर 18 से 45 साल के उम्र वालों के लिए टीका अभी उपलब्ध नहीं है.
गांवों में पर्याप्त वैक्सीन, लेकिन लेने वाले नहीं
राजधानी में जहां वैक्सीन खत्म है वहीं रांची, खूंटी और गुमला जिले के ग्रामीण इलाकों के लगभग सभी सेंटर में वैक्सीन उपलब्ध हैं, लेकिन वैक्सीन लगवाने कोई नहीं आ रहा है. मंगलवार को दोपहर 1 बजे तक कई वैक्सीनेशन सेंटर में वैक्सीनों की उपलब्धता दिखी लेकिन बुकिंग नहीं हुई.
आज कहां कितने वैक्सीन खाली
- बेड़ो सीएचसी में 45 प्लस वाला 5 वैक्सीन खाली
- खूंटी के दियाकेल में 45+ वाला 46 वैक्सीन खाली
- खूंटी के दोरमा में 45+ वाला 23 कोवैक्सीन खाली
- दोरमा में ही 18+ वाला 100 कोविशिल्ड खाली
- दोरमा में 45+ वाला 24 कोविशिल्ड खाली
- गुमला के रामपुर में 45+ वाला 100 कोविशिल्ड खाली
- गुमला के कामडारा में 18+ वाला 164 वैक्सीन खाली
- रनिया के टोकनो में 18+ वाला 34 कोविशिल्ड खाली
- तोरपा के मरचा में 18+ वाला 34 कोविशिल्ड खाली
- खूंटी के सुंदरी तोरपा में 25+ वाला 22 वैक्सीन खाली
- सुंदरी तोरपा में 18+ वाला 51 कोविशिल्ड खाली
- रनिया के तंबा में 45+ वाला 23 वैक्सीन खाली
- उकरीमारी तोरपा में 45+ वाला 25 वैक्सीन खाली
- जो डिजिटली साक्षर नहीं वो कैसे करेंगे बुकिंग ?
कोरोना पर वैक्सीन की उपलब्धता और बुकिंग की स्थिति देखकर साफ पता चल रहा है कि ग्रामीण इलाकों में लोग वैक्सीनेशन के लिए आगे नहीं आ रहे हैं. कुछ गांवों में 18 प्लस वाले सभी वैक्सीन बुक हैं जबकि 45 प्लस वाले वैक्सीन काफी मात्रा में बिना बुकिंग के रह गये.
दरअसल युवाओं के पास स्मार्टफोन है. मोबाइल फ्रैंडली होने के कारण वे वैक्सीनेशन के लिए स्लॉट बुक कर पा रहे हैं, जबकि गांव में रहने वाले 45 साल से ज्यादा उम्र के अधिकांश लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं है. ऐसे में वो लोग ऑनलाइन बुकिंग नहीं कर पा रहे हैं. कई गांवों में लोग अफवाहों की वजह से भी वैक्सीन लेने से कतरा रहे हैं. कई गांवों से तो वैक्सीनेशन करने गई टीम को खदेड़ने का भी मामला सामने आ चुका है. अगर गांवों में वैक्सीनेशन की हालत रही तो आखिर कैसे बनेगा हर्ड इम्युनिटी.