Bokaro: रेस्टोरेंट में भोजन करने पर कई जगह बिल में सर्विस चार्ज देने पड़ते थे. लेकिन अब इस पर रोक लग गयी है. राज्य सरकार के निर्देश के अनुसार अब ग्राहकों से सर्विस चार्ज नहीं लेना है. इस आदेश के बाद रेस्टोरेंट संचालकों की क्या प्रतिक्रिया है इसे जानने के लिए लगातार मीडिया की टीम ने शहर के रेस्टोरेंट का दौरा किया. रेस्टोरेंट के मैनेजर से बात कर उनकी राय जानी.
बोकारो के सेक्टर 4 स्थित पिजारिया रेस्टोरेंट के मैनेजर प्रेमचंद कुमार ने कहा कि पहले सर्विस चार्ज लिया जाता था. अब जीएसटी लिया जाता है. टोटल जीएसटी 5 प्रतिशत ग्राहकों से लिया जाता है. इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है. हम ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देते थे. आगे भी देते रहेंगे. दी जाती हैं. हम न तो भोजन की क्वालिटी से समझौता करेंगे और न ही सर्विस से. ग्राहकों को स्वादिष्ट भोजन के साथ बेहतर सर्विस देंगे.
वहीं सेक्टर 4 पीएनबी स्थित जिंजर रेस्टोरेंट के मैनेजर दीपक उपाध्याय ने कहा कि हमने ग्राहकों से कभी सर्विस चार्ज नहीं लिया है. जो ग्राहक ऑर्डर करते हैं उनके सामानों की कीमत ली जाती है. सरकार ने जो जीएसटी निर्धारित किया है, उसे ग्राहकों से लेते हैं. उन्होंने कहा कि कुछ रेस्टोरेंट संचालक पहले सर्विस चार्ज लिया करते थे. लेकिन जीएसटी आने के बाद से सभी ने लेना बंद कर दिया है. इसलिए इस पर रेस्टोरेंट मालिकों को कोई असर नहीं होगा.
सेक्टर 4 स्थित दक्षिण रेस्टोरेंट के संचालक पीवी रमन राव ने कहा कि बोकारो में ग्राहकों से सर्विस टैक्स जमा नहीं लिया जाता है. खास तौर पर हमारे यहां 5 प्रतिशत जीएसटी लिए जाते हैं. जो नियम है उसी के तहत चार्ज लिये जाते हैं. ग्राहकों को बेहतर सेवाएं दी जाती हैं. उन्होंने कहा कि सरकार के मनाही के बाद जो रेस्टोरेंट पहले लेते भी होंगे, उन्होंने बंद कर दिया है.
द हंगरिला रेस्टोरेंट के मैनेजर रोहित कुमार कहते हैं कि सर्विस चार्ज फिलहाल नहीं लिया जाता है. रेस्टोरेंट संचालक को फिलहाल नुकसान हो रहा है. सिर्फ जीएसटी 5 प्रतिशत ग्राहकों से लिया जाता है. मोदी सरकार ने इस पर पाबंदी लगा दी है. कम्प्यूटर से बिल निकाल कर ग्राहकों को दी जाती है. अब तो रेस्टोरेंट में सर्विस टैक्स फ्री कर दिया गया है. इससे ग्राहकों को फायदा है.
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