Ranchi : नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है. कहा है कि राजधानी रांची में पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार और गोलियां मंगा कर अपराध किए जा रहे हैं. ये हथियार पंजाब के मोगा के रास्ते भारत लाए जा रहे हैं. इन हथियारों का इस्तेमाल रांची समेत देश के कई हिस्सों में बड़े कारोबारियों, पूंजीपतियों और व्यवसायियों को डराकर रंगदारी वसूली के लिए किया जा रहा है. यह मामला पुलिस के खुफिया तंत्र की विफलता को उजागर करता है.
रंगदारी और वसूली से व्यवसायी वर्ग त्रस्त
पूरे प्रदेश में रंगदारी और वसूली से व्यवसायी वर्ग त्रस्त हो चुका है. स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि धनबाद में ठेले-खोमचे वालों से लेकर बड़े प्रतिष्ठानों से खुलेआम रंगदारी वसूली की जा रही है. कोयलांचल, बोकारो, जमशेदपुर, राजधानी रांची समेत अन्य शहरों में व्यवसायी वर्ग आतंक और असुरक्षा के माहौल में जी रहे हैं. कई लोग अपने प्रतिष्ठानों से मोबाइल नंबर हटाने पर मजबूर हो गए हैं, जबकि कुछ ने तो भय के कारण कारोबार बंद कर राज्य से पलायन तक कर लिया है.
नेता प्रतिपक्ष ने ये किया सवाल
सवाल यह है कि पुलिस को इस पूरे गिरोह की भनक क्यों नहीं लगी? या वसूली में हिस्सेदारी की वज़ह से ही पुलिस पाकिस्तान से हथियार आयात करने वाले गिरोह को संरक्षण देती आई है? पुलिस के जिस डीजीपी का मुख्य उद्देश्य ही वसूली करना हो, उसकी संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस गंभीर प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कराएं और आवश्यक कारवाई सुनिश्चित करें
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