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जब CCL ने सिर्फ 200 टन कोयला बेचा, तो फिर 16000 टन आया कहां से!

LAGATAR EXPOSE
  • फर्जीवाड़ा कर कोयला बेचने का यह मामला बड़े पैमाने पर संचालित अवैध कोयला कारोबार का है.
  • आखिर माइनिंग परमिट आया कहां से ! क्या माइनिंग परमिट भी फर्जी तरीके से तैयार किया गया.
  • इस पूरे मामले में रेलवे और जीएसटी विभाग के अधिकारी भी सवालों के घेरे में है.

Ranchi :  लक्ष्य कोल एंड ट्रांसपोर्टिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने साल 2022 में रेलवे साइडिंग से 16000 टन कोयला बेचा. इस कोयले को दो कंपनियों द्वारा खरीद करके रैक से बाहर भेजा गया. जिस सेल्स ऑर्डर से 16000 टन कोयला सीसीएल से खरीदा गया, असल में सीसीएल ने उस सेल्स ऑर्डर के जरिये सिर्फ 200 टन कोयला ही बेचा था. 

 

इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि जब सीसीएल ने सिर्फ 200 टन कोयला दिया, तो बाकी 15800 टन कोयला आया कहां से. सूत्रों ने इस बारे में दावा किया है कि उस दौरान हजारीबाग और रामगढ़ में बड़े स्तर पर अवैध कोयला कारोबार हुआ. अवैध तरीके से उत्खनन करके कोयला साइडिंग तक पहुंचाया गया और फिर उसे फर्जी सेल्स ऑर्डर बना करके बेचा गया. 

 

कोयला बेचने के लिए माइनिंग परमिट की भी जरूरत होती है. सवाल यह उठता है कि लक्ष्य कोल एंड ट्रांसपोर्टिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने माइनिंग परमिट कैसे हासिल किया. क्या फर्जी दस्तावेज के आधार पर माइनिंग डिपार्टमेंट ने परमिट जारी कर दिया या फिर माइनिंग परमिट का कागज भी फर्जी तरीके से तैयार किया गया.

 

इस मामले में स्थानीय पुलिस, खनन विभाग के साथ-साथ रेलवे और जीएसटी विभाग के अधिकारी भी सवालों के घेरे में हैं. क्योंकि इतने बड़े पैमाने पर अवैध कोयला जमा किया जाना, एकत्र कोयले को साइडिंग तक पहुंचाना और फिर उसे रैक के जरिये बाहर भेज दिया जाना और मामला पकड़ में भी नहीं आना, संभव नहीं है. 

 

उपलब्ध दस्तावेज के मुताबिक, करीब 16000 टन कोयला चोरी का यह मामला वर्ष 2022 का है. रूद्रा ट्रेडर्स नामक कंपनी ने सीसीएल से 200 टन कोयला खरीदा. यह कंपनी के कथहरा की है. रुद्रा ट्रेडर्स का कस्टमर कोड - 2......329 है. सीसीएल ने  इस कंपनी को 200 टन कोयला बेचा. सीसीएल द्वारा जारी सेल ऑर्डर नंबर 3345015246 की वैधता 3 मई 2022 से 7 जुलाई 2022 तक के लिए था. यह सेल ऑर्डर 13 अप्रैल 2022 को जारी किया गया. 

 

सीसीएल द्वारा जारी एक और सेल ऑर्डर lagatar Media के पास उपलब्ध है. यह सेल ऑर्डर लक्ष्य कोल एंड ट्रांसपोर्टिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम से जारी हुआ है. यह कंपनी रामगढ़ के सारुबेड़ा की है. इस कंपनी का कस्टमर कोड - 2......329 है. सेल ऑर्डर के मुताबिक, सीसीएल ने इस कंपनी को 16000 टन कोयला बेचा.  सेल आर्डर का नंबर 3345015246 है. यह सेल ऑर्डर भी 13 अप्रैल 2022 को ही जारी किया गया है. 

 

ऊपर के दोनों तथ्य से कई बातें स्पष्ट साफ हो जाती है. पहली रूद्रा ट्रेडर्स और लक्ष्य कोल ट्रांसपोर्टिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, दोनों का कस्टमर कोड एक ही है. दूसरी बात यह कि सीसीएल ने दोनों कंपनियों (रूद्रा ट्रेडर्स और लक्ष्य कोल एंड ट्रांसपोर्टिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी) को एक ही सेल ऑर्डर नंबर 3345015246 से 200 और 16000 टन कोयला बेचा. जो संभव नहीं है. 

 

इसके अलावा 200 और 16000 टन के लिए जारी सेल्स ऑर्डर में कई समानताएं हैं. जैसे की दोनों के लिए ट्रांसपोर्ट मोड रोड है. दोनों का Line Item नंबर 10 है. दोनों का MSN कोड 27011200 है. हां, 16000 टन के सेल्स ऑर्डर में सीसीएल के अनुपम कुमार नामक अधिकारी का हस्ताक्षर व मुहर है. यह हस्ताक्षर व मुहर फर्जी है या सही है, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है. 

 

इसी तरह एक अन्य मुहर के मुताबिक, 16000 टन कोयला चरही साइडिंग से लोड हुआ है. यानी कोयला रैक पर लोड करके भेजा गया. 16000 टन कोयला चार रैक होता है. दोनों सेल्स ऑर्डर में एक और समानता है, वह यह कि दोनों कोयला स्पॉट ऑक्शन की है. ऑक्शन की तारीख दोनों में 15 मार्च 2022 अंकित है, जबकि कांट्रेक्ट साइन करने की तारीख दोनों में 9 अप्रैल 2022 है.

 

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