Patna: उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि नीट-यूजी 2024 पेपर लीक मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी का राजद नेता तेजस्वी यादव से जुड़े एक अधिकारी के साथ संदिग्ध संबंधों की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अनुरोध किया जाएगा. उपमुख्यमंत्री ने गुरुवार को दावा किया था कि राजद नेता तेजस्वी यादव से जुड़ा एक अधिकारी नीट-यूजी 2024 के कथित पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी सिकंदर प्रसाद यादवेंदु के साथ लगातार संपर्क में था. उन्होंने कहा कि राजद नेता से जुड़े अधिकारी और मुख्य आरोपी के बीच संबंधों की उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी. सिन्हा ने कहा कि सीबीआई जैसी किसी भी स्वतंत्र एजेंसी से जांच की सिफारिश करना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है. हम उनसे मिलेंगे और उनसे नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी का राजद नेता तेजस्वी यादव से जुड़े एक अधिकारी के साथ संदिग्ध संबंध को लेकर आवश्यक कार्रवाई करने का आग्रह करेंगे.
ईओयू नीट पेपर लीक मामले की जांच कर रही है
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने गुरुवार को मीडिया के सामने सब कुछ रखा था. मैंने इस संबंध में मीडियाकर्मियों के साथ कुछ सबूत भी साझा किए थे. अब ये बातें सार्वजनिक हैं. मुझे उम्मीद है कि बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) जो कथित नीट पेपर लीक मामले की जांच कर रही है, इस पहलू (आरोपी का राजद नेता के अधिकारियों के साथ संबंध) की भी जांच करेगी. सिन्हा ने दावा किया था कि तेजस्वी यादव से जुड़ा एक अधिकारी सिकंदर के लिए पटना और अन्य स्थानों के गेस्ट हाउस में ठहरने की व्यवस्था करता था. मेरे पास उन संदेशों का विवरण है जो अधिकारी ने सिकंदर के ठहरने की व्यवस्था करने के लिए संबंधित व्यक्तियों को भेजे थे. उन्होंने कहा था कि उनके पास वह मोबाइल नंबर है जिससे यादवेंदु के ठहरने के लिए संदेश भेजे गए थे तथा इसकी गहन जांच होनी चाहिए. तेजस्वी यादव इस पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं. ईओयू ने पिछले महीने नीट परीक्षा 2024 में कथित पेपर लीक की जांच के तहत समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार आरोपियों में परीक्षार्थी, उनके माता-पिता और अमित आनंद, नीतीश कुमार तथा कथित मास्टरमाइंड सिकंदर प्रसाद यादवेंदु शामिल है.
राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस पर कहा कि राज्य में सरकार उनकी, केंद्र में सरकार उनकी, जांच एजेंसियां उनकी. हम मुख्यमंत्री जी से कहते हैं कि वह मेरे निजी सचिव को बुलाएं और पूछताछ कर लें. उन्होंने कहा कि जब मई में गिरफ्तारी हुई थी तब से अपनी आवाज उठा रहे हैं कि कार्रवाई करनी चाहिए. तेजस्वी यादव ने कहा कि ये लोग (सरकार) पेपर लीक के सरगना के जरिए मुद्दे से ध्यान भटकाना चाहते हैं. पूर्व उपमुख्यमंत्री ने पूछा कि अमित आनंद और नीतीश कुमार कौन लोग हैं? ये लोग इन्हें क्यों बचाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मुद्दे से भटकना नहीं चाहिए और जो भी दोषी हैं, उसे बुलाकर पूछताछ करें और गिरफ्तार कर लें.
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