खेतों में टमाटर बर्बाद
Hazaribagh: यास तूफान जाते-जाते अपना असर छोड़ गया. अब इस तूफान की बर्बादी खेतों में दिखाई देने लगी है. इससे सबसे अधिक नुकसान किसानों को हुआ है. हजारीबाग के किसान बड़ी उम्मीद से टमाटर लगाये थे, लेकिन यास ने सब पर पानी फेर दिया. किसानों की खड़ी फसल बारिश की वजह से नष्ट हो गई है.
जमीन लीज पर लेकर करते हैं खेती
बता दें कि हजारीबाग का यह इलाका पूरे देश में टमाटर का तीसरा सर्वाधिक टमाटर उत्पादक इलाके के रूप में जाना जाता है. हजारीबाग और चतरा के इन इलाकों में टमाटर अधिक होता है. पिछले एक दशक से इन इलाकों में लीज पर जमीन लेकर टमाटर की खेती करने का प्रचलन शुरू हुआ है. जिनके पास अपनी जमीन नहीं है वे अपने गांव के आसपास की जमीनों को लीज पर लेकर उस पर खेती करते हैं.
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बताया जाता है कि हजारीबाग के कटकमदाग प्रखंड के सलगावां पंचायत के किसानों ने भी लीज पर जमीन लेकर टमाटर की खेती शुरू की थी. इस इलाके के लगभग सौ से अधिक किसान औसतन चार लाख रुपये लगाकर टमाटर की खेती में लगे थे. लगभग 4 लाख रुपए की लागत से इस एक पंचायत में लगभग एक सौ से अधिक किसानों ने टमाटर लगाया था. इनके खेतों में लगभग 1 करोड रुपए के टमाटर की तैयार फसल बारिश में नष्ट हो गई.
राहत की उम्मीद
यह हाल पांच गांवों का है. इलाके के बाकी गांवों को जोड़ दिया जाए तो नुकसान और अधिक हो सकता है. मुश्किल यह है लीज वाली जमीन होने से ऐसे किसान सरकारी आंकड़ों में नहीं आते हैं. ऐसे में इन्हें मुआवजा या सरकारी राहत भी नहीं मिलता है. ऐसे में सारे किसान निराश हैं. उन्हें सरकार से राहत की उम्मीद है.
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