Ranchi : मोरहाबादी स्थित डॉ रामदयाल मुंडा जनजातीय शोध संस्थान (टीआरआई) में अब आदिवासी छात्र-छात्राएं प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर रहे हैं. कल्याण विभाग की ओर से 100 चयनित विद्यार्थियों को नि:शुल्क UPSC और JPSC की कोचिंग कराई जा रही है, ताकि झारखंड के आदिवासी युवा पढ़-लिखकर उच्च पदों तक पहुंच सकें.
सहायक निदेशक राकेश रंजन उरांव ने बताया कि इस वर्ष 400 छात्रों ने आवेदन किया था, जिनमें से कॉलेज में बेहतर प्रदर्शन करने वाले 100 छात्रों को चयनित किया गया है. विभाग हर साल इसके संचालन पर करीब 25 लाख रुपये तक का खर्च वहन करता है.
टीआरआई को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है, जहां छात्रों को हाइटेक क्लासरूम, बेहतर कोचिंग और नियमित साप्ताहिक परीक्षा की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास है. राकेश रंजन उरांव ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि अत्यंत पिछड़े जनजातीय समुदायों के छात्र भी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल करें.
UPSC पास अधिकारी भी दे रहे मार्गदर्शन
इस कोचिंग में अनुभवी शिक्षक छात्रों को पढ़ा रहे हैं, जिनमें UPSC पास अधिकारी भी शामिल हैं. वे न केवल विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं, बल्कि परीक्षा रणनीति, इंटरव्यू तैयारी और प्रशासनिक अनुभव भी साझा करते हैं.
टीआरआई में चल रहा यह प्रशिक्षण कार्यक्रम झारखंड के आदिवासी युवाओं के लिए नई आशा की किरण साबित हो रहा है, जहां से भविष्य के IAS, IPS और JPSC अधिकारी निकलने की उम्मीद है.



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