Ranchi : झारखंड में 108 एंबुलेंस सेवा संकट में आ गई है. श्रावणी मेले को देखते हुए देवघर को छोड़कर राज्य के सभी जिलों में यह सेवा पूरी तरह से ठप हो चुकी है. झारखंड प्रदेश एंबुलेंस कर्मचारी संघ के तहत लगभग 2500 एंबुलेंस कर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है.
कर्मचारी संघ और 108 एंबुलेंस सेवा का संचालन करने वाली संस्था सम्मान फाउंडेशन के बीच कई मुद्दों पर लंबे समय से विवाद चल रहा है. कर्मचारी संघ का कहना है कि 26 जून को संस्था के साथ 9 बिंदुओं पर आपसी सहमति बनी थी. जिसमें प्रमुख रूप से PF (भविष्य निधि), ESIC (स्वास्थ्य बीमा) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत न्यूनतम मानदेय, श्रम कानून के तहत औपचारिक नियुक्ति, निलंबित कर्मियों की बहाली जैसी मांगे शामिल थीं.
संघ का आरोप है कि संस्था द्वारा समझौते के बावजूद इन मांगों को अब तक लागू नहीं किया गया, जिससे मजबूर होकर राज्यभर के कर्मचारियों को हड़ताल पर जाना पड़ा.चूंकि श्रावणी मेला इन दिनों देवघर में पूरे जोर पर है और लाखों श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ मंदिर पहुंच रहे हैं. इस स्थिति को देखते हुए देवघर जिले को हड़ताल से फिलहाल छूट दी गई है.
हाल ही में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने इस विवाद को संघ की राजनीति बताया था. हालांकि अब तक सरकार या सम्मान फाउंडेशन की ओर से इस मामले में कोई ठोस या आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.हड़ताल के चलते सड़क दुर्घटनाओं, गंभीर बीमारियों, प्रसव आदि जैसी आपात स्थितियों में मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अगर जल्द इस मसले का समाधान नहीं हुआ, तो राज्य की आपात स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह से चरमरा सकती है.
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