Pakur : पाकुड़ जिले में पत्थर खदान के मुंशी कासिम अंसारी पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग मामले ने राजनीतिक गलियारे से लेकर पत्थर कारोबार तक में हलचल मचा दी है. इस सनसनीखेज वारदात में प्रसिद्ध पत्थर व्यवसायी जियाउल पगला, यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष बेलाल शेख, और मोरफुल शेख समेत अन्य के खिलाफ नगर थाना में गंभीर धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.
रात में चली गोलियां, बाल-बाल बचे मुंशी
घायल मुंशी कासिम अंसारी ने पुलिस को बताया कि वह लूतफुल हक के क्रशर खदान में मुंशी का काम करता है. कुछ दिन पहले उसकी पत्थर व्यवसायी जियाउल पगला से माइंस को लेकर कहासुनी हुई थी, जिसके बाद जियाउल ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी.
बीते 27 अक्टूबर की रात, जब कासिम अपने सोलागढ़िया स्थित घर पहुंचा, तभी दो अज्ञात बदमाशों ने उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. गोलीबारी में उसे दो गोलियां लगीं, हालांकि वह किसी तरह बच गया.
हत्या की साजिश में व्यवसायी और कांग्रेस नेता का नाम
घायल कासिम के बयान के अनुसार, जियाउल पगला, बेलाल शेख और मोरफुल शेख ने मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची, और दो अपराधियों को भेजकर हमला करवाया. घटना के बाद सभी आरोपी फरार हो गए.
नगर थाना में कांड संख्या 275/25 के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 109 (1), 61(2) तथा 27/35 आर्म्स एक्ट के तहत FIR दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ कर दिया है.
पुलिस की कार्रवाई
नगर थाना प्रभारी बबलू कुमार ने बताया कि गोलीकांड मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच जारी है. कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. फिलहाल किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन पुलिस टीम लगातार छापेमारी कर रही है.
राजनीतिक गलियारों में मचा हड़कंप
इस मामले में यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष का नाम सामने आने से सियासी पारा भी चढ़ गया है. जिले में पत्थर माफिया, राजनीति और प्रशासनिक साठगांठ को लेकर एक बार फिर चर्चाएं तेज हैं. स्थानीय लोग घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.



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