Ahmedabad : अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने आज मंगलवार, 24 जून को ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज की एजीएम को संबोधित किया. उन्होंने कंपनी के निवेशकों के साथ खुलकर चर्चा की. दरअसल आज देश के जाने माने उदयोगपति गौतम अडानी का जन्मदिन है.
#WATCH | Ahmedabad | Adani Group Chairperson Gautam Adani says, "... Our most transformative project is unfolding in Dharavi, Asia’s largest slum, now being reimagined as India’s most ambitious urban rehabilitation project. Our Dharavi Social Mission is uplifting youth through… pic.twitter.com/yQIrAAu6mp
— ANI (@ANI) June 24, 2025
#WATCH | Ahmedabad | Adani Group Chairperson Gautam Adani says, "... When it comes to Adani Defence, Operation Sindoor called, and we delivered. Our drones became the eyes in the skies as well as the swords of attack, and our anti-drone systems helped protect our forces and… pic.twitter.com/XSwc0KUVfi
— ANI (@ANI) June 24, 2025
गौतम अडानी का जन्म गुजरात के अहमदाबाद में 24 जून 1962 को हुआ था. उन्होंने अपने निवेशकों के साथ कई जानकारियां साझा की. यूरोप के बदलते आर्थिक हालात, ऊर्जा और लॉजिस्टिक्स पर मध्य पूर्व के युद्धों का असर पर चर्चा की. अमेरिका में भी आ रही परेशानियों का जिक्र करते हुए कहा कि इन सबके बीच भारत सबसे तेजी से आगे बढ़ रहा है.
अहम बात यह है कि मध्य पूर्व में जारी तनाव अडानी ग्रुप के लिए चिंता का सबब है. क्योंकि अडानी का इस्राइल में बड़ा निवेश है. अडानी पोर्ट्स ने इस्राइल के गाडोट ग्रुप के साथ मिलकर हाइफा पोर्ट में 70 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है. यह डील 1.2 बिलियन डॉलर में हुई थी. उत्तरी इस्राइल में स्थित हाइफा पोर्ट अडानी पोर्ट्स के सालाना कार्गो वॉल्यूम में लगभग 3 फीसदी का योगदान करता है.
14 जून को ईरान ने हाइफा और पास की एक तेल रिफाइनरी पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं थीं. खबर है कि मिसाइल के टुकड़े पोर्ट के पास एक केमिकल टर्मिनल और रिफाइनरी से टकराये थे. हालांकि अडानी ग्रुप ने कहा कि पोर्ट को कोई नुकसान नहीं हुआ है.
भारत और एशिया के दूसरे सबसे बड़े रईस माने जाने वाले अडानी ने अमेरिकी विदेश विभाग और FCC से जुड़े आरोपों पर कहा कि अडानी समूह के किसी भी व्यक्ति पर FCPA का उल्लंघन करने या न्याय में बाधा डालने का आरोप नहीं लगा है. अडानी ने कहा कि मुश्किल समय में भी उनका समूह आगे बढ़ रहा है
श्री अडानी ने कहा कि हम एक ऐसी दुनिया में रह रहे हैं जहां नकारात्मक बातें सच से ज्यादा सुनाई देती हैं. लेकिन हम कानूनी प्रक्रियाओं में सहयोग कर रहे हैं हमारे कामकाज के तरीके वैश्विक मानकों के अनुरूप हैं. उन्होंने कहा कि हम नियमों का पालन करने में कोई समझौता नहीं करते.
अहम बात यह है कि गौतम अडानी पर आरोप लगा है कि उन्होंने भारत में ठेके हासिल करने के लिए रिश्वत दी और यह बात अमेरिकी निवेशकों से छिपाई. इसी मामले में SEC ने अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी को समन भेजा है. अडानी ने निवेशकों में जोश भरते हुए कहा कि कई मोड़ आये, कई तूफान गुजरे, पर हमारा कारवां रुका नहीं, क्योंकि आप साथ थे.
गौतम अदानी ने महाकुंभ मेले में ग्रुप की भागीदारी का जिक्र करते हुए कहा कि वहां (महाकुंभ0 650 मिलियन से अधिक लोग आये. लोग् अजनबी के रूप में नहीं, बल्कि एक आत्मा, एक उद्देश्य, एक दिल की धड़कन के रूप में वहां मौजूद थे.
अदानी समूह ने वहां इस्कॉन के साथ महाप्रसाद सेवा शुरू की. जिसमें लाखों भक्तों को मुफ्त भोजन दिया गया. गौतम अदानी ने कहा कि हमारे 5,000 से अधिक कर्मचारियों ने स्वेच्छा से वहां काम किया. वह हमारे मूल्यों को दर्शाता है,श्री अडानी ने कहा कि त्रिवेणी संगम पर, मुझे अपने परिवार के साथ पवित्र गंगा आरती करने का सम्मान मिला. अदानी समूह के लिए इस कार्यक्रम में शामिल होना मेरे जीवन के सबसे भावुक दिनों में से एक था.
गौतम अदानी ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए मुंबई की झुग्गी बस्ती धारावी का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि सर्वाधिक परिवर्तनकारी परियोजना एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी में शुरू हो रही है. इसे भारत की महत्वाकांक्षी शहरी पुनर्वास परियोजना के रूप में फिर से तैयार किया जा रहा है.
एक मिलियन से अधिक लोग संकरी गलियों से निकलकर एक ऐसी बस्ती में जायेंगे, जिसमें विशाल लेआउट, दोहरे शौचालय, खुली जगहें, स्कूल, अस्पताल, पारगमन केंद्र और पार्क मौजूद होंगे.
दो तीन साल पीछे जायें तो अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप पर शेयरों की कीमत के साथ छेड़छाड़ समते कई आरोप लगाये थे अडानी ग्रुप ने इन आरोपों को नकारा,लेकिन इन आरोपों के कारण अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आयी थी. हालांकि अब ग्रुप के शेयर इससे उबर चुके हैं.
गौतम अडानी ने अडानी डिफेंस का जिक्र करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने हमारा साथ दिया. हमारे ड्रोन आसमान में नज़र रखने के साथ-साथ हमले की तलवार भी बन गय. हमारे ड्रोन-रोधी सिस्टम ने हमारे बलों और नागरिकों की रक्षा करने में मदद की. जैसा कि मैंने हमेशा माना है हम सुरक्षित क्षेत्रों में काम नहीं करते हैं. हम वहीं काम करते हैं जहाँ इसकी ज़रूरत होती है. जहां भारत को हमारी सबसे ज़्यादा ज़रूरत है.
अडानी ग्रुप की बात करें तो इसकी औपचारिक शुरुआत 1988 में हुई थी. आज इस समूह के पास निजी क्षेत्र का देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट और पोर्ट ऑपरेटर, पावर जेनरेटर और सिटी गैस रिटेलर है. अडानी सीमेंट देश में दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी है. अडानी ने ग्रीन एनर्जी पर भी बड़ा दांव लगा रखा है. अडानी ग्रुप रेलवे, डिफेंस, इन्फ्रास्ट्रक्चर, डेटा सेंटर समेत कई नये क्षेत्रों में प्रवेश कर रहा है.
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