Dhaka : बांग्लादेश में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. युवा नेता उस्मान हादी की मौत की खबर फैलते ही बांग्लादेश में हिंसा की आग फैल गयी है. हादी को 12 दिसंबर को सिर में गोली मारी गयी थी
यूनुस सरकार ने उस्मान हादी के सम्मान में शनिवार को राजकीय शोक दिवस घोषित किया है. उन्होंने शांति की अपील की है, लेकिन इसका असर नहीं दिख रहा है.
रात के अंधेरे में जहां तहां आगजनी की जा रही है. तोड़-फोड़, आगजनी और हत्याएं रुक नहीं रही हैं. प्रदर्शनकारी भारत से शेख हसीना को लौटाने की मांग कर हैं. बता दें कि बांग्लादेश की निर्वासित प्रधानमंत्री शेख हसीना वर्तमान में भारत में रह रही हैं.
बांग्लादेश में धार्मिक नारों के साथ जगह-जगह आगजनी की जा रही है. खबर है कि गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने प्रमुख समाचार पत्रों प्रोथोम आलो और डेली स्टार के कार्यालयों को फूंक दिया. हमले के बाद कई पत्रकार 3 घंटे तक न्यूजरूम में फंसे रहे.
एएफपी ने दमकल विभाग के हवाले से बताया कि डेली स्टार बिल्डिंग में लगी आग पर काबू पा लिया गया है. पुलिस ने बड़ी मुश्किल से आगजनी के समय अपने कार्यालयों में फंसे पत्रकारों को बाहर निकाला.
प्रदर्शनकारियों ने इन अखबारों पर भारत के साथ सांठ-गांठ करने का आरोप मढ़ा है. बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के पैतृक घर वाले इलाके में भी हिंसा भड़क गयी है.
बंगाली भाषा का दैनिक अखबार डेली इत्तेफाक ने एक वीडियो शेयर किया है. जिसमें अल्लाहू अकबर के नारे लगाते हु प्रदर्शनकारी आगजनी कर रहे हैं. चटगांव के शोलाशहर इलाके में प्रदर्शनकारियों ने अवामी लीग के नेता और पूर्व शिक्षा मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी नवफेल के घर में तोड़फोड़ की आगजनी की.
मैमनसिंह जिले में गुरुवार रात कथित ईशनिंदा के आरोप में एक हिंदू युवक की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी. बीबीसी बांग्ला के अनुसार उसकी पहचान दीपु चंद्र दास के रूप में हुई है. वह एक ड्रेस फैक्ट्री में कर्मचारी था. इस घटना की पश्चिम बंगाल भाजपा इकाई ने निंदा की है.
पार्टी ने कहा कि बांग्लादेश में दीपु चंद्र दास के साथ जो हुआ, वह केवल एक व्यक्ति की हत्या नहीं है, बल्कि यह हिंदुओं के खिलाफ हिंसा का उदाहरण है.
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