Dhaka : बांग्लादेश में भारत विरोधियों के हौंसले बुलंद हो रहे हैं. उन्हें युनूस सरकार शह दे रही है. इसका एक उदाहरण आज 17 दिसंबर को देखने को मिला. बांग्लादेश में राजधानी ढाका में आज भारतीय हाई कमीशन के पास कट्टरपंथियों ने शेख हसीना को लौटाने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया.
जुलाई ओइक्या नामक संगठन के बैनर तले भारत विरोधी मार्च निकाला गया. मार्च में भारी संख्या में शामिल भीड़ पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को भारत से वापस लाने की मांग कर रही थी.
प्रदर्शनकारी वह भारत जो हत्यारों को पनाह देता है, इसे तोड़ दो..वह भारत जो हसीना को पनाह देता है, उसे तोड़ दो... के नारे लगा रहे थे. प्रदर्शनकारी हाई कमीशन का घेराव करने निकले थे.
प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली और ढाका को लेकर जमकर नारेबाजी की. पुलिस ने हालात पर काबू पाने के गुलशन इलाके में जुलूस को रोक दिया.
प्रदर्शन कारियों की मांग है कि शेख हसीना को तुरंत वापस भेजा जाये. पुलिस ने हाई कमीशन के बाहर सुरक्षा घेरा टाईट कर दिया है. वहां. बैरिकेडिंग कर दी गयी. पुलिस ने कहा है कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं मिलेगी.
भारत ने बांग्लादेश के उच्चायुक्त को तलब किया
इस घटना को लेकर विदेश मंत्रालय ने आज बुधवार को भारत में तैनात बांग्लादेश के उच्चायुक्त रियाज हामिदुल्लाह को बुलाया और ढाका में सुरक्षा हालात पर गहरी चिंता व्यक्त की.
विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट तौर पर कहा कि कुछ चरमपंथी तत्वों की गतिविधियों पर भारत की कड़ी नजर है. मंत्रालय ने उच्चायुक्त से कहा क बांग्लादेश में सुरक्षा माहौल लगातार बिगड़ रहा है.
यह भारत के लिए गंभीर चिंता का विषय है. भारत ने उम्मीद जताई कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार इस दिशा में तत्काल प्रभावी कदम उठाएगी.
भारत ने एक और कदम उठाते हुए ढाका स्थित भारतीय वीजा आवेदन केंद्र (आईवीएसी) का ऑफिस आज बंद कर दिया. बता दें कि ढाका के जमुना फ्यूचर पार्क (जेएफपी) में स्थित आईवीएसी राजधानी में सभी भारतीय वीजा सेवाओं के लिए मुख्य एवं एकीकृत केंद्र है.
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