Thiruvanthapuram : केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने गुजरात दंगों पर बनी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर मोदी विरोधियों पर निशाना साधा है. राज्यपाल ने कहा कि भारत के लिए अंधकार की भविष्यवाणी करने वाले परेशान हैं, इसलिए वे नकारात्मक प्रचार कर रहे हैं. आरिफ मोहम्मद खान मलयाली हिंदुओं द्वारा आयोजित हिंदू सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे.
You must call me a Hindu… It was perfectly fine to use terminologies like Hindu, Muslim and Sikh during the colonial era because the Britishers had made the communities as the basis for deciding even the ordinary rights of citizens: Kerala Governor Arif Mohammed Khan (28.01) pic.twitter.com/9i3qeqKLHt
— ANI (@ANI) January 29, 2023
अंग्रेज भारत आये थे तब इन्होंने डॉक्युमेंट्री क्यों नहीं बनाई
इस क्रम में राज्यपाल ने कहा जिन लोगों ने भारत के लिए अंधकार की भविष्यवाणी की थी, जिन्होंने कहा था कि भारत के सैकड़ों टुकड़े हो जायेंगे, वे आज परेशान हैं. खान के अनुसार इसलिए ये सब साजिशों को हम देखते हैं. उन्होंने पूछा कि जब अंग्रेज भारत आये थे तब इन्होंने डॉक्युमेंट्री क्यों नहीं बनाई.
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हिंदू कोई धार्मिक शब्द नहीं है
आरिफ मोहम्मद खान ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से कहा कि वे उन्हें हिंदू कहें. उन्होंने समझाया कि हिंदू कोई धार्मिक शब्द नहीं है, बल्कि यह शब्द एक विशेष भौगोलिक क्षेत्र में पैदा हुए लोगों को परिभाषित करता है. कहा कि आप मुझे हिंदू क्यों नहीं कहते? मैं हिंदू को धार्मिक शब्द नहीं मानता. हिंदू एक भौगोलिक शब्द है. जो कोई भी भारत में पैदा हुआ है, कोई भी जो (यहां) रहता है, या भारत में पैदा हुए भोजन को खाता है, कोई भी जो भारत की नदियों से पानी पीता है, खुद को हिंदू कहने का हकदार है.
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दुनिया भारत की क्षमता को पहचान रही है
आरिफ मोहम्मद खान ने कहा, ईसा से 200 वर्ष पूर्व भारत गरीब देश नहीं था. कहा कि बाहर के लोग भारत की अथाह सम्पदा के कारण ही भारत में आये. अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि 1947 तक आते-आते हम दक्षिण एशिया में लगभग गरीबी के प्रतीक बन गये थे. अब सब कुछ बदल गया है. यह केवल राजनीति में या G20 में नहीं है, यह केवल प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को लेकर नहीं है. उससे भी बड़ी बात यह है कि आज की दुनिया में राजनीति भी दुश्मनों से प्रभावित हो रही है.
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बहुराष्ट्रीय कंपनियों का नेतृत्व भारतीय मूल के लोग कर रहे हैं
आज बहुराष्ट्रीय कंपनियों का नेतृत्व भारतीय मूल के लोग कर रहे हैं और भारत की क्षमता को पहचान रहे हैं. हमारे बारे में एक अच्छी बात है कि हमारे इतिहास से दुनिया यह जानती है कि अगर हम ताकतवर हैं तो दुनिया में कभी किसी के लिए खतरा नहीं बन सकते. हमने कभी भी इन शक्तियों का इस्तेमाल दूसरों पर हावी होने के लिए नहीं किया है बल्कि हम पुरुष और महिला की बराबरी में विश्वास करते हैं.
लोग कह रहे थे कि भारत अपनी आजादी कायम नहीं रख पायेगा
राज्यपाल ने कहा कि जब भारत आजाद होने जा रहा था तो वे लोग कह रहे थे कि भारत कुछ साल भी अपनी आजादी कायम नहीं रख पायेगा, इसके टुकड़े-टुकड़े हो जायेंगे. सभी आपस में लड़ रहे होंगे. कहा कि भारत न केवल अपनी स्वतंत्रता, लोकतंत्र और अपनी व्यवस्था को मजबूत कर पा रहा है. आज भारत न केवल जी-20 की अध्यक्षता के लिए आगे आया है, बल्कि जिस क्रूर बल ने हम पर शासन किया, आज भारतीय मूल का एक व्यक्ति(सुनक) उनका प्रमुख है.