Ranchi : नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जेएसएससी सीजीएल पेपर लीक मामले में विनय साह की गिरफ्तारी कई सवाल खड़े करती है, खासकर जब यह गिरफ्तारी हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई के खत्म होने के बाद हुई है.
मरांडी ने राज्य सरकार से मांग की है कि इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए. उन्होंने कहा कि राज्य के मुखिया को अभी भी वक्त है, अगर उनकी मंशा स्पष्ट है तो वे सीबीआई जांच के आदेश दें.
क्या राज्य पुलिस का खुफिया तंत्र विफल है
बाबूलाल मरांडी ने सवाल उठाया कि क्या राज्य पुलिस का खुफिया तंत्र इतना विफल है कि वह आरोपियों को एक साल से पकड़ नहीं पा रहा था? उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता ने एक मोटी रकम लेकर मुख्य आरोपी अनीश की गिरफ्तारी को टाले रखा है, ताकि पेपर लीक से संबंधित सारे डिजिटल साक्ष्यों को नष्ट किया जा सके.
सीआईडी टीम पर भी सवाल
मरांडी ने आरोप लगाया कि सीआईडी टीम उन छात्रों के स्वीकारोक्ति बयानों को सरकार और पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता के दबाव में बदल रही है, ताकि कुछ सफेदपोशों को बचाया जा सके. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर ऐसी कौन-सी मजबूरी थी कि पेपर लीक की जांच कर रही सीआईडी की पूरी टीम को जांच के दौरान दो बार बदला गया?




Leave a Comment