Himangshu Karan
Bahragoda: पूर्वी सिंहभूम जिले का बहरागोड़ा प्रखंड अवैध बालू खनन और परिवहन का गढ़ बनता जा रहा है. यहां के पानीपड़ा-नागुरसाई स्वर्णरेखा नदी घाट से रोजाना सैकड़ों ट्रैक्टर अवैध बालू ढो रहे हैं, जिससे सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है. ये अवैध कारोबार दिन के उजाले में बेखौफ चलता है और रात होते ही बड़े-बड़े वाहनों में भरकर बालू पश्चिम बंगाल और जमशेदपुर भेजा जाता है.
माफिया और स्थानीय युवाओं का गठजोड़
इस अवैध कारोबार में बालू माफियाओं और कुछ स्थानीय युवाओं का एक संगठित नेटवर्क काम कर रहा है. ये युवा व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए पूरे ऑपरेशन को अंजाम देते हैं. इतना ही नहीं, पानीपड़ा, बरहागाड़ियां, नागुरसाई, भालूकखुलिया और आंगरपाड़ा जैसे गांवों में कुछ युवा विभिन्न देवी-देवताओं के नाम पर ट्रैक्टर चालकों से मोटी वसूली भी करते हैं. यह अवैध वसूली कई सालों से चल रही है.
बालू के इस खेल को रोकने में प्रशासन पूरी तरह से विफल
अवैध बालू के इस खेल को रोकने में प्रशासन पूरी तरह से विफल रहा है. संबंधित विभाग के अधिकारी कई बार नदी घाटों पर जेसीबी से गड्ढे खुदवाते हैं, लेकिन ये चंदा माफिया तुरंत उन गड्ढों को मिट्टी से भरकर फिर से रास्ते चालू कर देते हैं. इस संगठित और बेखौफ कारोबार को रोकने के लिए प्रशासन को और अधिक सख्त कदम उठाने की जरूरत है.
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