Ranchi : झारखंड के पुलिस महानिदेशक (DGP) अनुराग गुप्ता बकरीद पर्व के दौरान सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की समीक्षा के लिए बुधवार शाम पांच बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक आयोजित करेंगे.
बैठक में एडीजी अभियान, आईजी स्पेशल ब्रांच, आईजी झारखंड जगुआर, जोनल आईजी, रेंज के डीआईजी और जिले के एसएसपी व एसपी शामिल होंगे. बैठक का मुख्य उद्देश्य यह है कि बकरीद के दौरान शांति और सुरक्षा सुनिश्चित कैसे हो.
डीजीपी 11 महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करेंगे
पिछले वर्ष की घटनाओं और कार्रवाई का विवरण: पिछले साल बकरीद के दौरान हुई किसी भी अप्रिय घटना और उन पर की गयी कार्रवाई का जिला-वार विवरण मांगा जायेगा. इसका उद्देश्य पिछली गलतियों से सीखना और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकना है.
असामाजिक तत्वों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई: असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ आवश्यक निरोधात्मक कार्रवाई करने पर जोर दिया जायेगा, ताकि वे त्योहार के दौरान किसी भी तरह की अशांति न फैला सकें.
दंडाधिकारी और बलों की उपलब्धता और प्रतिनियुक्ति: कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारियों और पुलिस बलों की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी और उनकी सही स्थानों पर प्रतिनियुक्ति की योजना बनाई जायेगी.
धार्मिक स्थलों और संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा: धार्मिक स्थलों और संवेदनशील इलाकों के आसपास सुरक्षा बढ़ाना, सीसीटीवी कैमरे लगाना, वीडियोग्राफी करना और ड्रोन से निगरानी की जायेगी, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके.
संयुक्त नियंत्रण कक्ष और आपातकालीन योजना: एक संयुक्त नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जायेगा, जो आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहेगा. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए विस्तृत योजनाएं भी बनाई जायेगी.
जिला स्तरीय और थाना स्तरीय शांति समिति की बैठक: विभिन्न जिलों और थाना स्तर पर शांति समितियों की बैठकें आयोजित की जायेगी. इन बैठकों में सभी समुदाय के नेताओं और महत्वपूर्ण व्यक्तियों को शामिल किया जायेगा ताकि सद्भाव बनाए रखने में उनकी मदद ली जा सके.
दंगा रोधी उपकरणों की उपलब्धता और एंटी-रॉयट कंट्रोल ड्रिल: जिलों में दंगा रोधी सुरक्षा उपकरणों, वाहनों और वॉटर कैनन की उपलब्धता का सत्यापन किया जायेगा, साथ ही, एंटी-रॉयट कंट्रोल ड्रिल भी आयोजित की जायेगी, ताकि पुलिस बल ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहे.
लंबित वारंट और कुर्की का निष्पादन: कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए लंबित वारंटों और कुर्कियों का शीघ्र निष्पादन सुनिश्चित किया जायेगा.
उत्तेजक गानों पर रोक: डीजे और अन्य साउंड सिस्टम द्वारा उत्तेजक या भड़काऊ गानों के प्रसारण पर रोक लगाने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर निगरानी: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कड़ी निगरानी रखी जायेगी ताकि अफवाहों और भ्रामक जानकारियों को फैलने से रोका जा सके, जो सांप्रदायिक तनाव पैदा कर सकती हैं.
प्रतिबंधित पशुओं की तस्करी पर निगरानी: प्रतिबंधित पशुओं की तस्करी पर कड़ी नजर रखी जायेगी, ताकि इस संबंध में किसी भी प्रकार के अवैध कार्य को रोका जा सके.