: रेलवे पुलिस ने 7 नाबालिग का किया रेस्क्यू, कई महिला भी शामिल
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दी जानकारी
बताया जा रहा है कि इस मामले की सूचना स्थानीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रेलवे सुरक्षा बल को दी थी. बजरंग दल के कार्यकर्ता पहले ही स्टेशन पहुंच गए थे. जब लड़कियों से पूछा तो उन्होंने बताया कि वह सभी रेडीमेड गारमेंट कंपनी में काम करने के लिए चेन्नई जा रही हैं. ट्रेन से उतारी गई लड़कियों में अधिकांश आदिवासी हैं और वह नावाडीह, चंद्रपुरा प्रखंड व महुदा की रहने वाली है. लड़कियों की मां नेमनी देवी, सुनीता देवी ने बताया कि इसके पूर्व भी वह सिलाई बुनाई का कार्य करने चेन्नई गई थी लॉकडाउन के समय घर वापस आई थी. कोरोना संक्रमण का असर समाप्त होने के बाद फिर काम पर जा रही हैं. इधर, पुलिस पूछताछ कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है. इसे भी पढ़ें -निया">https://lagatar.in/after-nia-sharma-nikki-tamboli-will-enter-bigg-boss-ott-will-be-a-big-hit/">नियाशर्मा के बाद Bigg Boss OTT में निक्की तंबोली की होगी एंट्री, घर में मचेगा धमाल
दूसरे प्रदेश में काम दिलाने के नाम पर दलाल पैसे लेते है
लॉकडाउन में बढ़ी बेरोजगारी एवं कम पैसे में रोजगार दिलाने के नाम पर आये दिन झारखंड की युवतियों को दलाल हैदराबाद, चेन्नई, कोयम्बटूर सहित अन्य जगहों पर ले जा रहे हैं. इसके लिए गांव के गरीब परिवार को टारगेट किया जा रहा है. इसमें मछली निर्यात उद्योग, रेडीमेड उद्योग, आटो पार्ट्स उद्योग में इन्हें काम पर लगाया जाता है. तीन सौ रुपये प्रतिदिन के मानदेय पर आसानी से यहां महिला कर्मचारी मिल जा रही हैं. इसके अलावा नौकरी दिलाने वाले दलाल काम दिलाने के नाम लड़कियों से और काम देने वाले लोगों से भी पैसा भी लेते हैं. बोकारो में अवैध रूप से मजदूरों की आपूर्ति एक बड़ा धंधा बन गया है. जिससे लेकर श्रम विभाग सक्रिय नहीं है. इसे भी पढ़ें -सुबह">https://lagatar.in/morning-news-diary-september-3-monsoon-session-assembly-today-bjp-surround-the-government-dabangs-grabbed-land-hazaribagh-the-haunt-sextortion-including-other-news-videos/">सुबहकी न्यूज डायरी|3 सितंबर|मॉनसून सत्र आज से|सरकार को घेरेगी बीजेपी|दबंगों ने हड़पी जमीन|हजारीबाग:सेक्सटॉर्शन का अड्डा|समेत अन्य खबरें और वीडियो|
दलाल अपने हिसाब से लोगों को ले जा रहे
इस प्रकार मजदूरों को ले जाना कानून जुर्म है. यदि दूसरे प्रदेश की कोई कंपनी समूह में कहीं से मजदूर ले जाना चाहती है तो उसे श्रम विभाग को पूरे महिला या पुरुष मजदूरों का संपूर्ण ब्योरा देकर निबंधन कराना पड़ता है. इसके बाद संबंधित कंपनी को उस राज्य में लागू न्यूनतम मजदूरी भुगतान करने के साथ ईएसआइसी, पीएफ भी जमा करना होता है. यदि किसी भी प्रकार की अनहोनी होती है तो उसे समुचित मुआवजा भी देना होता है. यहां किसी भी नियम का पालन नहीं हो रहा है. मनमाने ढंग से मजदूरों को दलाल भेज रहे हैं. इसके लिए एलेप्पी एक्सप्रेस बड़ा माध्यम है. इसे भी पढ़ें -दिन">https://lagatar.in/the-day-will-be-sunny-the-weather-will-take-a-turn-there-is-a-possibility-of-rain/">दिनमें रहेगी धूप, मौसम लेगा करवट, बारिश के आसार
Leave a Comment