Lagatar Desk : सुनने में अजीब लगता है, लेकिन सच है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैट जीपीटी (OpenAI और ChatGPT) ने हत्या करा दी है. चैट जीपीटी के खिलाफ अमेरिका में हत्या का मामला दर्ज किया गया है और उस पर मुकदमा चल रहा है.
हत्या की घटना अमेरिका के कनेक्टिकट राज्य के ग्रीनविच शहर का है. इस घटना ने अगस्त 2025 की एक सुबह ने एक परिवार को हमेशा के लिए खत्म कर दिया. 83 वर्षीय सुझैन एडम्स और उनके 56 वर्षीय बेटे स्टीन-एरिक सोल्बर्ग का शव उनके घर में मिला.
पुलिस जांच में पता चला है कि सुझैन की हत्या की गई थी. हत्या उनके बेटे स्टीन-एरिक ने की थी. मां की हत्या करने के बाद उसने चाकू मारकर खुद भी आत्महत्या कर ली.
इस घटना ने दुनियाभर के लोगों का ध्यान तब खींचा, जब मृतक सुझैन के परिवार ने आरोप लगाया कि इस त्रासद घटना के पीछे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट चैट जीपीटी का हाथ था. परिवार के लोगों ने 11 दिसंबर 2025 को कैलिफोर्निया की सुपीरियर कोर्ट में मुकदमा दायर किया. दुनिया में यह पहली घटना है, जिसमें हत्या जैसी वारदात में एआई को जोड़ा गया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टीन-एरिक एक पूर्व टेक्नोलॉजी एक्जीक्यूटिव थे, जिन्हें लंबे समय से मानसिक बीमारी थी. वह पैरानॉइया नामक बीमारी से पीड़ित थे. अक्सर उन्हें लगता था कि कोई उन पर नजर रख रहा है, निगरानी कर रहा है और इससे उनकी जिंदगी को खतरा है. स्टीन-एरिक ने अपनी इस मनोवैज्ञानिक बीमारी को लेकर चैट जीपीटी से चर्चा की. वह इसे लेकर चैट जीपीटी से हर दिन घंटों बात करता रहता था.
यूट्यूब पर अपलोड उसके एक वीडियो में वह एआई से पूछ रहा है कि क्या उसकी मां के घर में रखे प्रिंटर में जासूसी डिवाइस है? चैटबॉट ने जवाब दिया कि हां, यह संभव है. इस तरह एआई का जवाब स्टीन-एरिक के भ्रम को पक्का कर देती है.
आरोप लगाया गया है कि चैट जीपीटी ने स्टीन-एरिक के भ्रम को न केवल स्वीकार किया, बल्कि उसकी पुष्टि भी कर दी. बढ़ावा दिया. इतना ही नहीं चैटबॉट ने एक बातचीत के दौरान सवालों का जवाब देते हुए कहा कि उसके खुद की मां उसे जहर दे रही है. कार के वेंट्स से साइकेडेलिक ड्रग्स डालकर जहर दे रही है. इसलिए उसे अपनी मां पर भरोसा नहीं करना चाहिए. इसी के बाद युवक ने अपनी मां की हत्या कर दी.
हत्या को लेकर चल रहे मुकदमे में ओपन एआई (चैटजीपीटी के मालिक) और माइक्रोसॉफ्ट को दोषी ठहराया गया है. अधिवक्ता जय एडेलसन का कहना है कि ओपनएआई ने एक "दोषपूर्ण उत्पाद" बनाया जो उपयोगकर्ताओं के भ्रम को चुनौती देने के बजाय उन्हें मजबूत करता है. आरोप में कहा गया है कि सीईओ सैम ऑल्टमैन ने सुरक्षा चिंताओं को नजरअंदाज कर उत्पाद बाजार में उतारा, जबकि माइक्रोसॉफ्ट ने 2024 के खतरनाक वर्जन को मंजूरी दी.
मुकदमे के दौरान यह कहा गया कि चैट जीपीटी ने कभी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह नहीं दी, न ही बातचीत बंद की. परिवार का दावा है कि इससे स्टीन-एरिक की मां के प्रति दुश्मनी बढ़ी, जो उनकी भ्रम का केंद्र बना.
मुकदमे के दौरान ओपन एआई ने चैट लॉग्स साझा करने से इनकार कर दिया. ओपन एआई ने बयान जारी कर कहा है कि घटना हृदयविदारक है. हम मानसिक स्वास्थ्य पहचान सुधार रहे हैं, लेकिन आलोचकों का कहना है कि 800 मिलियन साप्ताहिक उपयोगकर्ताओं वाले इस टूल की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए.
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