Chakradharpur (Shambhu Kumar): देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की आज जयंती है. पूरे भारत में आज उनकी जयंती मनाई जा रही है. चक्रधरपुर से भी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की यादें जुड़ी हुई हैं. देश आजाद होने से पहले डॉ. राजेन्द्र चक्रधरपुर आये थे.
चक्रधरपुर के स्वतंत्रता सेनानी दीपनारायण गुप्त से उनके अच्छे रिश्ते थे. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के साथ दीपनारायण गुप्त ने देश की आजादी की लड़ाई में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था. दीप नारायण गुप्त सिंहभूम जिला कांग्रेस आंदोलन के संस्थापक, हिन्दी के अच्छे वक्ता एवं लेखक थे. कांग्रेस के बड़े नेता होने की वजह से स्वतंत्रता सेनानी दीपनारायण गुप्त की डॉ. राजेन्द्र प्रसाद से अक्सर मुलाकात हुआ करती थी.
उस वक्त दीप नारायण गुप्त के अलावे उनके पुत्र श्रीकृष्ण प्रसाद गुप्त, आचार्य शशिकर व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के पारिवारिक रिश्ते थे. स्वतंत्रता सेनानी दीप नारायण गुप्त के निधन के बाद डॉ. राजेन्द्र प्रसाद फरवरी 1946 में चक्रधरपुर पहुंचे थे. यहां चक्रधरपुर के वर्तमान में वार्ड संख्या आठ स्थित दीप नारायण गुप्त के घर पहुंच उन्होंने परिजनों से चक्रधरपुर के स्वतंत्रता सेनानी दीपनारायण गुप्त के पुत्र आचार्य शशिकर व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने मुलाकात कर ढाढस बंधाया था. साथ ही उन्होंने कांग्रेस के अन्य नेताओं से मुलाकात की थी.
Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें.



Leave a Comment