New Delhi : भाजपा प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने आज शनिवार को प्रेस कॉंफ्रेंस कर लोकसभा में नेता विपक्ष व कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर विदेशी धरती(जर्मनी) में देश विरोधी गतिविघियों में शामिल होने का आरोप लगाया.
Sam Pitroda, an advisor to Rahul Gandhi, inadvertently exposed the real face of the Congress.
— BJP LIVE (@BJPLive) December 27, 2025
He acknowledged that Congress is part of the Progressive Alliance and travelled to Germany in relation to this.
The Progressive Alliance, in turn, is associated with organisations… pic.twitter.com/LcMzbRvqQJ
सुधांशु त्रिवेदी ने संसद सत्र के समय राहुल द्वारा जर्मनी में ग्लोबल प्रोग्रेसिव अलायंस में शामिल होने पर हल्ला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी जब भी विदेश जाते हैं, भारत विरोधी बयान देते हैं.
सुधांशु ने सैम पित्रोदा का जिक्र करते हुए कहा कि शुक्रवार को उन्होंने (पित्रोदा) एक इंटरव्यू में कहा कि कांग्रेस पार्टी ग्लोबल प्रोग्रेसिव अलायंस नामक गठबंधन का हिस्सा है. उसी में शामिल होने राहुल जर्मनी गये थे.
राज्यसभा सांसद ने कहा कि राहुल गांधी ने जर्मनी में सेंट्रल यूरोपियन यूनिवर्सिटी की प्रेसिडेंट कार्नेलिया वुल से मुलाकात की. कहा कि सर्वविदित है कि यह यूनिवर्सिटी जॉर्ज सोरोस की ओपन सोसाइटी फाउंडेशन से वित्तीय अनुदान पाती है.
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सैम पित्रोदा स्वयं इस बात का खुलासा कर चुके हैं कि राहुल इस संस्था के प्रेसिडियम हैं और पित्रोदा सदस्य हैं. श्री त्रिवेदी ने कहा, पित्रोदा जॉर्ज सोरोस के साथ रिश्तों को लेकर पूछे जाने पर कहते हैं कि मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता.
राज्यसभा सांसद ने कांग्रेस से सवाल किया कि आपको किसकी परवाह है, किसके कहने पर संसद सत्र के दौरान राहुल विदेश जाते हैं.
भाजपा नेता कहा कि क्या कांग्रेस पार्टी से भारत विरोधी वैश्विक ताकतों के नापाक गठजोड़ की सदस्य बन गयी है. कहा कि राहुल गांधी भारत के प्रतिद्वंदी देशों की बार-बार तारीफ करते रहे हैं.
भारत के समर्थन में उन्होंने एक भी बयान नहीं दिया है, उन्होंने तंज कसते हुए कहा, यह समझ में आ रहा है कि कांग्रेस लगातार पराजय के कारण कुंठाग्रस्त है.
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी ने भारत आये व्लादिमीर पुतिन से उनकी मुलाकात न होने पर सरकार पर आरोप लगाया था.
उन्होंने कहा कि मुलाकात सिर्फ मेजबान देश ही तय नहीं करता, बल्कि मेहमान देश भी तय करता है. पूछा कि राहुल गांधी आप जर्मनी गये थे और एक संस्थान में भारत विरोधी बयान दिया, लेकिन वह संस्थान रूस में प्रतिबंधित है.
भाजपा ने 23 जनवरी 2020 को दावोस में जॉर्ज सोरोस द्वारा दिया गया बयान याद दिलाया. सोरोस ने कहा था कि दुनिया में सिविल सोसाइटी को फिर से स्थापित करने और राष्ट्रवादी ताकतों को हराने के लिए 10 लाख डॉलर का फंड खर्च करेगा. उसने प्रधानमंत्री मोदी का नाम साफ तौर पर लिया था.
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