Bokaro : CCL कथारा क्षेत्र में 3 मिलियन टन उत्पादन (वार्षिक) क्षमता की नई कोकिंग कोल वाशरी खुलेगी. इसके लिए सीसीएल ने ग्लोबल कोल एंड माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड (GCML) के साथ एमओयू किया है. यह CCL की पहली परियोजना है जो निर्माण-स्वामित्व-संचालन (BOO) मॉडल पर आधारित होगी. वाशरी परियोजना पर करीब 380 करोड़ रुपये लागत आएगी. वाशरी को 36 महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गयास है. GCML कोयला धुलाई अवसंरचना में विशेषज्ञता रखने वाली प्रतिष्ठित कंपनी है. एमओयू पर CCL की ओर से वाशरी विभाग के जीएम सुरेश तालंकर व कथारा क्षेत्र के जीएम संजय कुमार ने हस्ताक्षर किए. इस अवसर पर CCL सीएमडी एनके सिंह, निदेशक (वित्त) पवन मिश्रा, निदेशक (मानव संसाधन) हर्ष नाथ मिश्र सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.
यह वाशरी कोयले की गुणवत्ता सुधारने, राख की मात्रा घटाने और देश को आयातित कोकिंग कोल पर निर्भरता से मुक्त करने में मदद करेगी. साथ ही, स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. सीसीएल सीएमडी एनके सिंह ने कहा कि यह परियोजना आत्मनिर्भर भारत और मिशन कोकिंग कोल की दिशा में बड़ा कदम है. हमारी कोशिश है कि हम तकनीकी विकास के साथ-साथ सामाजिक-आर्थिक बदलाव भी लाएं.