: सर्पदंश से एक व्यक्ति की स्थित गंभीर, सीएचसी में इलाजरत
विवि में एक भी प्रोफेसर नहीं होना दुर्भाग्य
कोल्हान विश्वविद्यापलय में कुल 23 प्रोफेसर पद सृजित है. लेकिन एक मात्र प्रोफेसर हिंदी विभाग में है. वे भी रिटायर हो रही हैं. झारखंड के तीन विश्वविद्यालयों कोल्हान विश्वविद्यालय (केयू) चाईबासा, सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय (एसकेएमयू) दुमका और विनोबा भावे विश्वविद्यालय (वीबीयू) हजारीबाग में प्रत्येक में केवल एक-एक ही प्रोफेसर हैं. कोल्हान विश्वविद्यालय में डॉ. मुदिता चंद्रा (हिंदी विभाग) केयू चाईबासा में एकमात्र विश्वविद्यालय प्रोफेसर हैं. वे भी 31 जुलाई को सेवानिवृत्त होने वाली हैं. ऐसे स्थिति में एक भी प्रोफेसर रैंक के शिक्षक कोल्हान विश्वविद्यालय में नहीं होंगे. इतने बड़े विश्वविद्यालय में एक भी प्रोफेसर नहीं होना दुर्भाग्य होगा. इसे भी पढ़ें :तांतनगर">https://lagatar.in/tantnagar-summer-camp-organized-under-pratham-education-foundation/">तांतनगर: प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन के तहत समर कैंप आयोजित
कोल्हान विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के लिये एक भी आवेदन नहीं
कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. जयंत शेखर ने कहा कि आगामी 31 जुलाई को हिंदी विषय की प्रोफेसर डॉ. मुंदिता चंद्रा रिटायर हो रही है. ऐसी स्थिति में अब एक भी प्रोफेसर केयू में नहीं होंगे. कुल 23 प्रोफेसर पद सृजित है. लेकिन किसी ने अभी तक आवेदन नहीं दिया है. इसे भी पढ़ें :श्रीनगर">https://lagatar.in/srinagar-shia-community-takes-out-muharram-procession-after-three-decades/">श्रीनगर: तीन दशक बाद शिया समुदाय ने मुहर्रम जुलूस निकाला [wpse_comments_template]
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