Rohit Mishra
Jagannathpur: जगन्नाथपुर अनुमंडल मुख्यालय के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कैंपस में शनिवार को दवाओं के कई अधजले कार्टन दिखे. आरोप है कि पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा से जगन्नाथपुर अस्पताल को भेजी गईं कई दवाएं रखे-रखे एक्सपायर हो गईं, तो मामले पर पर्दा डालने के लिये सभी एक्सपायर दवाओं को जला दिया गया. हालांकि पूछे जाने पर चिकित्सा प्रभारी डा. जयंतो कुमार ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है, खाली कार्टन जलाए गए हैं. चिकित्सा प्रभारी के इनकार के बाद अब सच्चाई तो जांच से ही सामने आ सकेगी.
एक्सपायर दवाओं के 10 से अधिक कार्टन को जलाया गया
शनिवार को अस्पताल के भ्रमण के दौरान देखा गया कि कैंपस में ही दवाओं के करीब 10 से अधिक कार्टन दवाओं जला दिया गया है. कुछ कार्टन अधजले भी थे. इन कार्टन को खोला भी नहीं गया था. इन पर सील लगी हुई थी. इसके साथ ही बड़ी संख्या में अन्य दवाएं भी जलाई गई हैं, जो एक्सपायर हो गईं थीं. अब सवाल यह है कि दवाएं एक्सपायर क्यों हो गईं. अस्पतालों में दवाओं के एक्सपायर होने के पीछे कमीशन के खेल को भी नकारा नहीं जा सकता है. अधिकतर डॉक्टर दवाएं ही ऐसी लिखते हैं जो अस्पताल में नहीं मिलती हैं. मरीजों को इसके लिए अपनी जेब ढीली करनी ही पड़ती है.
खाली कार्टन जलाए गये हैं, कोई दवा एक्सपायर नहीं : चिकित्सा प्रभारी
इस पूरे मामले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी डा. जयंतो कुमार कहना है कि जो कार्टन फोटो में दिख रहा है वह बिल्कुल खाली है. उन्होंने कहा कि न एक्सपायर दवा है न ही जलाई गईं हैं.
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