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Chaibasa : जयंती पर याद किए गए वारंगक्षिति लिपि के जनक ओत् गुरु कोल लाको बोदरा

वारंगक्षिति लिपि के जनक ओत् गुरु कोल लाको बोदरा की 106वीं जयंती पर उपस्थित लोग.

Sukesh Kumar

Chaibasa : 'हो' भाषा वारंगक्षिति लिपि के जनक ओत् गुरु कोल लाको बोदरा की 106वीं जयंती महासभा कला एवं संस्कृति भवन हरिगुटू, चाईबासा में आदिवासी 'हो' समाज युवा महासभा के तत्वावधान में मनाई गई.  युवा महासभा के धर्म सचिव सोमा जेराई के नेतृत्व में लाको बोदरा के तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया गया.  विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों और युवा महासभा के सदस्यों ने 'हो' भाषा वारंगक्षिति लिपि के जनक को याद किया.

31 अक्टूबर और 1 नवंबर को नई दिल्ली में प्रदर्शन एवं  सेमिनार में शामिल होने की अपील

इस जयंती के माध्यम से दोलाबु दिल्ली 5.0 कार्यक्रम और 'हो' भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने की पुरानी मांग के बारे में प्रतियोगी परीक्षा के अभ्यर्थियों को आदिवासी 'हो' समाज युवा महासभा की ओर से जानकारी दी गई. भाषा के महत्व और संवैधानिक मान्यता पर प्रकाश डालते हुए आगामी 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को नई दिल्ली में प्रदर्शन एवं  सेमिनार कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपील की गई.

यह लोग थे उपस्थित

इस अवसर पर आदिवासी 'हो' समाज महिला महासभा अध्यक्ष अंजु सामड,क्रीड़ा सचिव हेलेन देवगम, आदिवासी 'हो' समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इपिल सामड, महासचिव गब्बरसिंह हेम्ब्रम, प्रदेश कोषाध्षक्ष शंकर सिदु, प्रदेश सांस्कृतिक सचिव जगन्नाथ  हेस्सा, प्रदेश साहित्यकार सदस्य दांसर बोदरा, जिला सचिव ओएबन हेम्ब्रम, जिला कोषाध्यक्ष सत्यव्रत बिरूवा, सदस्य सिकंदर तिरिया, सदर अनुमंडल सचिव अशीष तिरिया,सुरेश  पिंगुवा, योगेश्वर पिंगुवा, सुशीला सिंकू, प्रमिला बिरूवा, संध्या देवगम, सीनी पुरती, पवन विश्वजीत बिरूवा, थॉमस बिरूवा, जगदीश हेम्ब्रम, करन होनहागा आदि मौजूद थे.

 

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