Sukesh Kumar
Chaibasa : एंटी करप्शन ऑफ इंडिया के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष रामहरि गोप ने कहा कि वर्तमान में देश की स्थिति भयावह है. घरेलू व उपभोक्ता वस्तुओं के दाम डबल-त्रिपल हो चुके हैं. महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है. केन्द्र का मोदी सरकार जीएसटी में राहत का झुनझुना बजाकर जनता को बहला रही है. जबकि सच्चाई यह है कि लोगों की जेब पहले ही खाली हो चुकी है. जब घर में पैसे ही नहीं बचे तो राहत किस काम की.
उन्होंने कहा कि साफ दिख रहा है कि यह सरकार गरीब और मध्यम वर्ग की नहीं, बल्कि चुनिंदा पूंजीपतियों की जेबें भरने के लिए काम कर रही है. महंगाई रोकने की बजाय, बड़े-बड़े उद्योगपतियों को टैक्स में छूट देकर मुनाफा कमाने का खुला मैदान दिया गया है. वहीं दूसरी ओर मजदूर, किसान और आम जनता भूख से तड़प रही है. यह महंगाई सिर्फ आर्थिक समस्या नहीं, बल्कि जनता के साथ धोखा है. यह जीवन के अधिकार (अनुच्छेद 21) का खुला उल्लंघन है. सरकार की नीतियां गरीबों की थाली से रोटी छीनकर अमीरों की तिजोरी भर रही हैं.
पूर्व प्रत्याशी सह एंटी करप्शन ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष रामहरि गोप ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि आवश्यक वस्तुओं पर से तुरंत जीएसटी और टैक्स समाप्त किया जाए. कालाबाजारी व मुनाफाखोरी करने वाले उद्योगपतियों पर कठोर कार्रवाई हो. महंगाई कम करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, अन्यथा जनता सड़कों पर उतरकर जवाब देगी. जनता अब और बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है. अगर सरकार ने आंखें बंद रखीं तो आने वाले समय में यही महंगाई सरकार की विदाई का कारण बनेगी.
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