Ghatshila : चाकुलिया प्रखंड के विद्यालयों के कक्षा तीन से आठ तक करीब 2000 ऐसे बच्चे हैं, जिनका बैंक में खाता नहीं खुला है और वे सरकारी सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं. बैंक में खाता नहीं होने के कारण ऐसे बच्चों को शिक्षा विभाग की ओर से जूता, मोजा ड्रेस, स्वेटर आदि खरीदने के लिए राशि नहीं मिली है. नतीजतन, गर्मी के इस मौसम में ऐसे बच्चे बिना जूता पहने ही स्कूल जा रहे हैं. ऐसे बच्चे छात्रवृत्ति से भी वंचित हैं. शिक्षा विभाग सूत्रों के मुताबिक विभिन्न बैंकों में करीब कई माह पूर्व अनेक बच्चों का खाता खोलने के लिए आवेदन दिया गया है. परंतु अभी तक खाता नहीं खुला है. इस संबंध में प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी विनय कुमार दुबे ने बताया कि विभिन्न बैंकों में खाता खोलने के लिए 1200 बच्चों के आवेदन दिए गए हैं. परंतु बैंकों में खाता खोलने का काम धीमी गति से चल रहा है.
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राशि का नहीं हो पा रहा है उठाव
प्रखंड में कक्षा तीन से आठ तक अनेक ऐसे बच्चे हैं जो अपने अभिभावकों की लापरवाही से जूता, मोजा और प्रेस से वंचित हैं. ऐसे बच्चों के अकाउंट में शिक्षा विभाग द्वारा जूता, मोजा, ड्रेस और स्वेटर खरीदने के लिए राशि भेज दी है. परंतु अभिभावकों ने राशि का उठाव कर बच्चों के लिए इन सामग्रियों को नहीं खरीदी है और बच्चे इस गर्मी में बिना जूता पहले ही स्कूल जाने को विवश हैं. प्रखंड के मधुपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय में कक्षा 3 से 8 तक करीब 62 ऐसे बच्चे हैं जिनके अकाउंट में राशि भेज दी गई है.
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