Ranchi : झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) के सुदूर पूर्व भाषा (चीनी) विभाग द्वारा इस वर्ष भी मध्य-शरद उत्सव (Mid-Autumn Festival) को उत्साहपूर्वक मनाया गया. इस दो दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत विभागीय प्री-इवेंट्स के साथ हुई जहां छात्रों और शिक्षकों ने मिलकर चीनी संस्कृति और परंपराओं की गहराइयों में झांकने का अवसर प्राप्त किया.
इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाषा संकाय की डीन प्रो. श्रेया भट्टाचार्जी और विभागाध्यक्ष प्रो रवींद्रनाथ शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. क्षिति भूषण दास ने भी विद्यार्थियों को अपनी शुभकामनाएं भेजीं और कहा ऐसे आयोजन न केवल भाषा सीखने की प्रक्रिया को प्रभावशाली बनाते हैं, बल्कि विभिन्न संस्कृतियों के बीच संवाद और समझ को भी बढ़ावा देते हैं.
कार्यक्रम में प्रो भट्टाचार्जी ने कहा कि भाषा का वास्तविक अधिग्रहण तब होता है, जब वह संस्कृति के साथ जुड़ा होता है. वहीं प्रो. शर्मा ने वैश्विक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए सांस्कृतिक विनिमय की आवश्यकता पर बल दिया.
इस अवसर पर विभाग के शिक्षक डॉ अर्पणा राज, डॉ संदीप बिस्वास और सुशांत कुमार के मार्गदर्शन में छात्रों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं, प्रस्तुतियों और प्रदर्शनों के माध्यम से चीनी उत्सव की पारंपरिक झलकियां प्रस्तुत कीं.
कार्यक्रम की खास बात रही चीनी व्यंजनों का स्वाद – बाओज़ी, हॉटपॉट, मून केक और चीनी फ्राइड राइस जैसे व्यंजन न केवल स्वादिष्ट थे, बल्कि चीनी खानपान की विविधता को भी दर्शाते थे.
इसके अलावा विद्यार्थियों ने पारंपरिक चीनी खेलों और सहभागिता गतिविधियों में भाग लेकर न केवल मनोरंजन किया बल्कि टीम भावना और सांस्कृतिक समझ को भी बढ़ाया.
यह उत्सव 3 नवंबर को अंतिम चरण और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के साथ संपन्न होगा. इस अवसर का उद्देश्य न केवल भाषा अधिगम को जीवंत बनाना है, बल्कि विद्यार्थियों को वैश्विक नागरिक के रूप में तैयार करना भी है
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