New Delhi : कांग्रेस ने फिर एक बार ऑपरेशन सिंदूर को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि हम पिछले एक महीने से पूछ रहे हैं कि देश के आत्मसम्मान के साथ ये सौदा क्यों हुआ? सीजफायर आखिर किन शर्तों पर किया गया? हाफिज सईद, अजहर मसूद जैसे आतंकी कहां हैं? लेकिन हमें पिछले एक महीने से जवाबों की जगह सिर्फ सस्ते डायलॉग सुनने को मिल रहे हैं,
हम पिछले एक महीने से पूछ रहे हैं-
— Congress (@INCIndia) June 4, 2025
• देश के आत्मसम्मान के साथ ये सौदा क्यों हुआ?
• सीजफायर आखिर किन शर्तों पर किया गया?
• हाफिज सईद, अजहर मसूद जैसे आतंकी कहां हैं?
लेकिन हमें पिछले एक महीने से जवाबों की जगह सिर्फ सस्ते डायलॉग सुनने को मिल रहे हैं।
सवाल पूछने वाला विपक्ष… pic.twitter.com/IFPA1H9a4I
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सवाल पूछने वाला विपक्ष देश के करोड़ों लोगों की आवाज नरेंद्र मोदी तक पहुंचा रहा है. ये वो करोड़ों लोग हैं, जो आपके विदेशी दौरों का खर्च उठाते हैं. लोग कह रहे हैं कि पीएम मोदी के सरेंडर का मतलब है भारत का सरेंडर करना.
पवन खेड़ा ने कहा कि वो(पीएम) ठीक से समझ लें कि यह देश 140 करोड़ लोगों का है, यह सबका उतना ही है, जितना नरेंद्र मोदी का है. नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं, लेकिन वो देश नहीं हैं. भाजपा के लोग पिछले 11 साल से एक फिल्म बना रहे थे, मुकद्दर का सिकंदर, लेकिन जब फिल्म बनकर तैयार हुई तो वो नरेंदर का सरेंडर निकली.
श्री खेड़ा ने कहा कि दरअसल बहादुरी का कोई इंजेक्शन नहीं होता, बल्कि वह इंसान के चरित्र में होती है. भाजपा-आरएसएस के लोगों का इतिहास ही कायरता का रहा है. जब ऐसा व्यक्ति देश की बागडोर संभालता है तो देश का भविष्य खतरे में आ जाता है, जो हम वर्तमान में देख भी रहे हैं.
पवन खेड़ा ने कहा कि जब बहादुर भारतीय सेना ने पाकिस्तान की गर्दन दबोच रखी थी, तभी ट्रंप का एक फोन आया और नरेंद्र मोदी सरेंडर कर गये. ट्रंप ने कई बार कहा कि हमने व्यापार की धमकी देकर सीजफायर कराया, लेकिन नरेंद्र मोदी ने आजतक ट्रंप का जवाब नहीं दिया, ये जवाब देंगे भी नहीं, क्योंकि नाम नरेंदर, काम सरेंडर. ये असलियत और हकीकत है.