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शशि थरूर के कॉलम से कांग्रेस फिर असहज, लिखा, पीएम मोदी भारत के लिए प्राइमरी एसेट

 New Delhi : कांग्रेस सांसद शशि थरूर द्वारा बार बार पीएम मोदी की तारीफ किये जाने से कांग्रेस असहज महसूस कर रही है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेश यात्रा पर जाने वाले भारत के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहे  शशि थरूर ने एक बार फिर पीएम मोदी की शान में कसीदे पढ़े हैं.  

 

शशि थरूर ने एक अंग्रेजी अखबार में लिखा,   पीएम मोदी अपनी ऊर्जा, गतिशीलता और इच्छाशक्ति की वजह से भारत के लिए प्राइमरी एसेट  साबित हुए हैं.  


 
कांग्रेस सांसद थरूर ने लिखा कि पीएम मोदी की ऊर्जा, गतिशीलता और सहभागिता की इच्छाशक्ति वैश्विक मंच पर भारत के लिए प्रमुख संपत्ति बनी हुई है. उन्होंने लिखा कि इसे और ज्यादा समर्थन की जरूरत है. उन्होंने कहा कि  यह पहल वैश्विक मंच पर भारत की एकता दर्शाती है.  
 


थरूर ने अपने कॉलम में लिखा कि इस मिशन के तहत उन्होंने सीखा कि एकता की ताकत, क्लियर कम्युनिकेशन का असर, सॉफ्ट पावर का रणनीतिक मूल्य और सार्वजनिक कूटनीति की अनिवार्यता भारत को कठिन होते जा रहे अंतराराष्ट्रीय परिदृश्य में सही मार्ग दिखायेगी.

 

उन्होंने लिखा  कि टेक्नोलॉजी, ट्रेड और ट्रेडिशन यानी तीन टी भारत की भावी वैश्विक रणनीति को संचालित करे क्योंकि देश ज्यादा न्यायपूर्ण, सुरक्षित और समृद्ध विश्व बनाने की कवायद कर रहा है.  


 
एक अहम बात यह कि थरूर जब ऑपरेशन सिंदूर के बाद आउटरीच मिशन में शामिल होने को तैयार हो गये थे तो कांग्रेस और भाजपा आपस में भिड़ गयी थी. बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के लिए मोदी सरकार की तारीफ करने को लेकर थरूर लगातार अपनी पार्टी के निशाने पर हैं. 

 


थरूर ने अपने कॉलम में लिखा लिखा  कि हमने विश्व को सावधानी से समझाया कि भारत की कार्रवाई आत्मरक्षा की एक सही कोशिश थी. यह सीमापार आतंकवाद के लिए एक जरूरी प्रतिक्रिया थी.  


 
एक बात और कि शशि थरूर ने अपने मिशन के क्रम में ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में मरने वालों के लिए शोक जताने वाले कोलंबिया के शुरुआती रुख पर चिंता जाहिर की थी. महत्वपूर्ण यह बात है कि श्री  थरूर के ऐतराज के बाद लैटिन अमेरिकी देश कोलंबिया ने अपना बयान वापस ले लिया.

 

क्योंकि थरूर ने उन्हें समझाया दिया कि आतंकवादियों और अपने देश की रक्षा करने वालों के बीच कोई नैतिक बराबरी नहीं हो सकती.  थरूर ने अमेरिका में उन पाकिस्तानी अधिकारियों पर तंज कसा था, जो उस समय वॉशिंगटन डीसी में थे. 

 

थरूर ने लिखा, पाकिस्तानी डेलिगेशन भी वहां(अमेरिका) मौजूद था.  अमेरिकी प्रतिनिधियों ने जिनमें पाकिस्तानी अधिकारियों से मिलने वाले प्रतिनिधि भी शामिल थे,  हमारी चिंताओं को दोहराया. उन्होंने लश्कर-ए-तैयबा-जैश-ए-मोहम्मद आदि आतंकवादी समूहों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की अपील की. 


याद करें कि कांग्रेस के सहयोगियों ने थरूर के उस बयान की आलोचना की थी, जब उन्होंने यूपीए शासन के दौरान की गयी सर्जिकल स्ट्राइक की कथित निंदा की और मौजूदा हालात से निपटने के लिए मोदी सरकार तारीफ की. इस पर थरूर ने आलोचकों और ट्रोल्स पर उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया था.  

 

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