LagatarDesk : देश में महंगाई चरम पर है. पेट्रोल-डीजल से लेकर खाने के सामानों के दाम आसमान छू रहे हैं. बढ़ती महंगाई के बीच आम जनता को खाने के तेल में थोड़ी राहत मिली है. ब्रांडेड एडिबल ऑयल कंपनियों ने पाम, सूरजमुखी और सोयाबीन तेल की कीमतों में 20 रुपये की कटौती की है. (पढ़े, Agnipath Scheme : थम नहीं रहा बवाल, हरियाणा, यूपी में विरोध प्रदर्शन जारी,बसों में तोड़फोड़, ट्रेन में आग लगाई)
धारा ब्रांड ने सभी तेलों की एमआरपी 15 रुपये घटायी
धारा’ ब्रांड नाम से खाद्य तेल (Edible Oil) बेचने वाली सहकारी कंपनी मदर डेयरी (Mother Dairy) ने सरसों, सोयाबीन और सनफ्लावर तेल के दाम घटाये हैं. धारा ब्रांड के तहत सभी कैटेगरी के तेलों के दाम 15 रुपये तक कम किये गये हैं. यह कटौती MRP पर होगी. तेल कंपनियों ने पाम तेल के दामों में 7 से 8 रुपये घटाये हैं. जबकि सूरजमुखी तेल की कीमत 10-15 रुपये कम हो गये. सोयाबीन तेल की बात करें तो इसकी कीमत में 5 रुपये की कटौती की गयी.
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कंपनियों ने तेलों का एमआरपी में किया कम
अंतरराष्ट्रीय कीमतों में आयी नरमी के बाद कंपनियों ने यह कमी की है. ब्रांडेड एडिबल ऑयल कंपनियों ने सभी तेलों का अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) भी कम कर दिया है. हालांकि नये एमआरपी वाला तेल अगले हफ्ते बाजार में आयेगा. जानकारों के मुताबिक, तेल की कीमतों में गिरावट का सीधा असर खाद्य महंगाई पर पड़ेगा. मई में खाने के तेल के दामों की महंगाई दर 13.26 फीसदी से अधिक थी.
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मई में 10 लाख टन से ज्यादा तेल हुआ आयात
इंडियन वेजिटेबल ऑयल प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुधाकर राव देसाई ने कहा कि मई में 10-11 लाख टन से ज्यादा तेल का आयात हुआ है. इसमें 6 लाख टन पाम तेल और 3 लाख टन सोया तेल है. जबकि बाकी अन्य तेल हैं. जून महीने में भी 9-10 लाख टन आयात रहने की उम्मीद है.
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केंद्र ने तेल के आयात पर कस्टम ड्यूटी की थी फ्री
बता दें कि केंद्र सरकार ने कच्चे सोयाबीन तेल और सूरजमुखी तेल के आयात पर कस्टम ड्यूटी फ्री कर दी थी. यह फैसला 20-20 लाख टन तेल की खरीद के लिए 2 साल तक के लिए लिया गया था. जिससे तेलों की कीमतों को कम करने में मदद मिली थी. उपभोक्ता मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, सोया तेल की कीमत एक महीने में 170.27 से घटकर 168.57 और पाम तेल की कीमत 158.61 से घटकर 154.42 पर आ गयी है.
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