Ranchi : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने निर्वाचन आयोग द्वारा बारह राज्यों में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया को विस्तारित करने के फैसले का कड़ा विरोध किया है. पार्टी का कहना है कि यह प्रक्रिया गरीबों और कमजोर तबकों को मताधिकार से वंचित करने की साजिश है.
पार्टी की वरिष्ठ नेता बृंदा करात ने कहा कि मतदाता सूची का पुनरीक्षण नागरिकता निर्धारण का उपकरण नहीं बनाया जा सकता. उन्होंने आरोप लगाया कि यह प्रक्रिया भाजपा की विभाजनकारी राजनीति को आगे बढ़ाने का माध्यम बन रही है.
बृंदा ने कहा कि बिहार के अनुभव से स्पष्ट है कि इस प्रक्रिया में हजारों गरीब लोग मतदाता सूची से बाहर कर दिए गए. उन्होंने निर्वाचन आयोग से SIR प्रक्रिया को तत्काल रोकने और मतदाता नामांकन को समावेशी व निष्पक्ष बनाने की मांग की.
पार्टी के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने प्रेस वार्ता में कहा कि चाईबासा में संक्रमित रक्त चढ़ाए जाने की घटना एक अक्षम्य अपराध है और इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री को जवाबदेही लेनी चाहिए. उन्होंने घोषणा की कि माकपा घाटशिला उपचुनाव में झामुमो प्रत्याशी को समर्थन देगी
Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें.



Leave a Comment