Ranchi: राष्ट्रीय गीत “वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित विशेष कार्यक्रम में सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड (सीयूजे) ने उत्साहपूर्वक भाग लिया.
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रेरक संबोधन विश्वविद्यालय के सभागार में लाइव प्रसारित किया गया, जिसे कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास की अगुवाई में सभी ने श्रद्धा और उत्साह के साथ सुना.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में वंदे मातरम की महिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह केवल एक गीत नहीं, बल्कि एक मंत्र है 'मां भारती की साधना और आराधना का प्रतीक'. उन्होंने कहा कि यह गीत हमें यह विश्वास दिलाता है कि ऐसा कोई संकल्प नहीं जो सिद्ध न हो सके. प्रधानमंत्री ने सामूहिक गायन की ऊर्जा और एकता की भावना की भी सराहना की.
कार्यक्रम के दौरान सीयूजे परिवार ने एक स्वर में वंदे मातरम् का सामूहिक गायन कर राष्ट्र के प्रति अपना समर्पण व्यक्त किया. इस अवसर पर कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास ने राष्ट्रीय गीत के 150 वर्ष पूरे होने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह अवसर देश सेवा के लिए नए संकल्प का है.
कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों ने 150 रूपया के स्मारक सिक्के और डाक टिकट के विमोचन का सजीव प्रसारण देखा. साथ ही वंदे मातरम से जुड़े वेब पोर्टल के शुभारंभ पर सभी ने उत्साहपूर्वक भागीदारी दिखाई.
विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी, प्रोफेसर और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे. मुख्य रूप से डॉ मनोज कुमार (डीन अकादमिक सह कार्यकारी कुलसचिव), पी. के. पंडा (वित्त अधिकारी), डॉ बीबी मिश्रा (परीक्षा नियंत्रक), डॉ एसके पाण्डेय (पुस्तकालयाध्यक्ष), डॉ अमरेंद्र कुमार (कुलानुशासक), और डॉ अनुराग लिंडा (डीन, छात्र कल्याण) सहित अन्य प्रोफेसर और कर्मचारी उपस्थित थे.
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