Palamu : राज्यपाल-सह-झारखंड के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति संतोष कुमार गंगवार ने सोमवार को नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय, पलामू के तृतीय दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि यह उपाधि सिर्फ प्रमाण पत्र नहीं, बल्कि आपके सपनों, संघर्ष और जिम्मेदारियों का प्रतीक है.
उन्होंने विद्यार्थियों से समाज और राष्ट्र की सेवा के लिए संकल्पित रहने का आह्वान किया. नीलांबर-पीतांबर जैसे स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करते हुए राज्यपाल ने कहा कि उनका जीवन साहस और त्याग की प्रेरणा देता है.
राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों को नियमित कक्षाएं, समय पर परीक्षा और डिग्री वितरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह में विलंब विद्यार्थियों और समाज दोनों को प्रभावित करता है. उन्होंने चिंता जताई कि झारखंड उच्च शिक्षा में पीछे है और विद्यार्थियों का राज्य से बाहर पलायन रुकना चाहिए.
राज्यपाल ने कहा कि देश ‘विकसित भारत की दिशा में बढ़ रहा है और इसमें युवाओं की भूमिका अहम है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को उन्होंने शिक्षा को रोजगारोन्मुख और नवाचार-प्रधान बनाने वाला कदम बताया.उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में स्वर्ण पदक पाने वाली छात्राओं की संख्या अधिक होना महिला सशक्तिकरण का प्रमाण है.
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से शिक्षा के साथ चरित्र निर्माण, स्वच्छता और सामाजिक जिम्मेदारी निभाने की अपील की. इससे पूर्व राज्यपाल ने विश्वविद्यालय परिसर में महर्षि विश्वामित्र केंद्रीय पुस्तकालय का लोकार्पण किया.
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