Deoghar : स्थानीय होटल में युवा नेता जूनियर बाबूलाल मरांडी की अगुवाई में आदिवासी युवाओं की विशेष बैठक हुई. इस बैठक में समाजसेवी सूर्या हांसदा के कथित फर्जी एनकाउंटर को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए गए. वक्ताओं ने कहा कि पुलिस ने सुनियोजित तरीके से सूर्या हांसदा का फर्जी एनकाउंटर किया है और इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराना जरूरी है.
आरोप लगाया गया कि यदि जांच में देरी की गई तो आदिवासी समाज सड़कों पर उतरेगा और उग्र आंदोलन करेगा. जूनियर बाबूलाल मरांडी ने बैठक को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि झारखंड में सबसे अधिक जुल्म आदिवासियों पर हो रहे हैं और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है.
उन्होंने कहा कि डेमोग्राफिक बदलाव के कारण आदिवासियों की जनसंख्या लगातार घट रही है. आदिवासी बेटियों के साथ बलात्कार और हत्या जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं और हेमंत सरकार में कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ चुकी है.
मरांडी ने यह भी आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के 27 आदिवासी विधायक होते हुए भी सूर्या हांसदा मामले पर किसी ने आवाज तक नहीं उठाई. बैठक में शामिल कई आदिवासी छात्रों ने धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर भी सरकार पर आरोप लगाया कि वह चुपचाप धर्मांतरण को बढ़ावा दे रही है. छात्रों ने कहा कि हमें पूरी मजबूती से इसका विरोध करना होगा और अपनी संस्कृति तथा परंपरा को बचाना होगा.
बैठक में दरोगा मुर्मू, साहिल हांसदा, पवन टुडू, रविन्द्र हांसदा, रविलाल टुडू, शीतल हांसदा, सोनू हांसदा, अनिल कोल, प्रभु कोल, बलराम सोरेन, विमल सोरेन, राम जीतन बेसरा, प्रकाश कुमार टुडू, मखन मुर्मू, प्रेम सोरेन, समीर मरांडी, शंकर हेंब्रम, मुकेश हांसदा, सोनालाल हांसदा, अजीत मुर्मू, रोहित हेंब्रम, दीपक टुडू, संतोष हेंब्रम समेत बड़ी संख्या में आदिवासी युवा मौजूद रहे. बैठक में सर्वसम्मति से यह आरोप लगाया गया कि सूर्या हांसदा के मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है. युवाओं ने चेतावनी दी कि यदि तत्काल सीबीआई जांच नहीं कराई गई तो व्यापक आंदोलन किया जाएगा.
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