Dhanbad : तोपचांची प्रखंड के 12 प्रवासी मजदूर काम के लिए छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के दिल्ली राजरा गए थे. दलाल के माध्यम से सभी मजदूरों को डायनासोर कंपनी में 600 रुपये प्रतिदिन मजदूरी का वादा कर काम पर भेजा गया था. लेकिन कुछ दिनों बाद मजदूरी घटाकर 400 रुपये कर दी गई, जिसका विरोध मजदूरों ने किया.विरोध के दौरान कंपनी के अधिकारी, ठेकेदार व स्थानीय लोगों ने मजदूरों के साथ मारपीट की. इसके बाद सभी 12 मजदूर किसी तरह वहां से भाग निकले. भागने के क्रम में रेलवे ट्रैक पार करते समय चार मजदूर ट्रेन की चपेट में आ गए. दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. कुछ मजदूरों को ठेकेदार ने पकड़ कर बंधक बना लिया. शेष मजदूर किसी तरह अपने घर धनबाद लौट आए और पूरी घटना की जानकारी परिजनों को दी.
घटना की सूचना मिलते ही बुधवार को मृत मजदूरों के परिजन व ग्रामीणों की भीड़ धनबाद समाहरणालय पहुंची. सभी ने डीसी से मुलाकात कर शवों को धनबाद लाने और बंधक बनाए गए मजदूरों को मुक्त कराने की गुहार लगाई. साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा दिलाने की मांग की. परिजनों का कहना है कि उन्हें अपने बच्चों की मौत के पीछे की सच्चाई जाननी है. दोषियों को शख्त सजा मिलनी चाहिए.
धनबाद के श्रमायुक्त प्रवीण कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिल चुकी है. इसकी सूचना स्टेट माइग्रेंट सेल को दे दी गई है. छत्तीसढ़ के लोकल प्रशासन द्वारा भी कार्यवाही की जा रही है. जल्द ही दोनों शवों को धनबाद लाने की व्यवस्था की जाएगी. फिलहाल प्रवासी श्रमिक अनुदान योजना के तहत मृतकों के परिजनों को 50-50 हजार रुपए दिया गया है. शव आने के बाद और 1-1 लाख रुपया दिए जाएंगे. वहीं, घायलों को बेहतर इलाज के लिए 75-75 हजार रुपये दिए जाएंगे.