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धनबाद : बरवाअड्डा कृषि बाजार में फलों की बहार, दाम बढ़ने के बावजूद उत्साह बरकरार

Dhanbad : लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा की शुरुआत नहाय-खाय के साथ हो चुकी है. इसी के साथ धनबाद का बरवाअड्डा कृषि बाजार समिति भी फलों की भीनी सुगंध से महक उठा है.छठ पर्व में फलों का विशेष धार्मिक महत्व होने के कारण यह बाजार पूरी तरह से विविध प्रकार के फलों से सज गया है. 

 

बाजार में मुख्य रूप से कश्मीरी सेब, केला, कीवी, संतरा, नारियल और ईख (गन्ना) जैसे फलों की बहुतायत देखने को मिल रही है जो व्रतियों के लिए पूजा की आवश्यक सामग्री हैं.

 

बाजार में दूर-दूर से व्यापारियों का जमावड़ा

बरवाअड्डा कृषि बाजार समिति केवल धनबाद या झारखंड के थोक विक्रेताओं का ही केंद्र नहीं बना है बल्कि यहां बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडिशा से भी बड़ी संख्या में थोक फल व्यापारी अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए पहुंच रहे हैं. छोटे-बड़े वाहनों में फल लादकर, थोक व्यापारी अपने-अपने गंतव्य की ओर रवाना हो रहे हैं ताकि आस-पास के क्षेत्रों में फलों की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके.

 

कीमतों में उछाल, पर डिमांड में नहीं कोई कमी

व्यापारियों के अनुसार इस वर्ष फलों के दामों में पिछले साल की तुलना में औसतन 10 से 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. विशेष रूप से सेब, केला, कीवी और संतरा के दाम बढ़े हैं लेकिन इसके बावजूद खरीदारों की भीड़ में जरा भी कमी नहीं आई है जो छठ महापर्व के प्रति लोगों की अटूट आस्था को दर्शाता है.

 

फल व्यापारी रमेश प्रसाद ने बताया कि इस बार मद्रास और बंगाल से केले की भारी आवक हुई है जिससे उपलब्धता बनी हुई है. वहीं बाजार में कश्मीरी और अमेरिकी सेब की कई उन्नत किस्में उपलब्ध हैं. कीमतों की बात करें तो, सेब की पेटी 800 रुपये से लेकर 1600 रुपये तक बिक रही है, जबकि खुले में उच्च गुणवत्ता वाले सेब 300 रुपये से 1000 रुपये प्रति किलो की दर से मिल रहे हैं. वहीं केला की कांदी 400 से 500 तक , संतरा 1600 से 1700 तक 25 किलो की पेटी , अनार 1100 से 1800 तक ,अमरूद 700 से 800 तक 10 किलो की पेटी ,नारियल 20 से 50 रुपया पिस , अनरसा 80 से 100 रुपया पिस और चाइनीज नासपती 14 किलो की पेटी 2400 रुपया और नागपुर नासपती की पेटी 1200 से 1400 तक बिक रही है.रमेश प्रसाद ने कहा दामों में थोड़ी तेज़ी ज़रूर है लेकिन छठ पर्व की भावना के कारण खरीदारों का उत्साह कम नहीं हुआ है.

 

सेवा भाव से हो रहा फल वितरण


इस आस्था के माहौल में कई सामाजिक और धार्मिक समितियां सेवा भाव से भी जुटी हुई हैं. बिहार के जमुई से आए श्रद्धालु अजय कुमार सिंह ने बताया कि उनकी कमिटी हर साल छठ पूजा के अवसर पर व्रतियों के लिए फल खरीदती है. उन्होंने बताया कि वे लगभग डेढ़ लाख रुपये के फल खरीदकर, गाड़ी भाड़ा जोड़ने के बावजूद, इसे सेवा भावना के साथ व्रतियों के बीच निःशुल्क वितरित करते हैं.

 

 

 

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