Dhanbad : धनबाद जिले के पाथरडीह स्थित मोनेट वाशरी गेट पर सोमवार से रैयत शिवशंकर उर्फ जादू महतो का शव रखकर परिजन धरने पर बैठे हैं. परिजन कंपनी प्रबंधन और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की व परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग पर अड़े हैं. आंदोलन को जेएलकेएम ने समर्थन दिया है. जेएलकेएम सुप्रीमो डुमरी विधायक जयराम महतो बुधवार को धरना स्थल पर पहुंचे. उन्होंने साफ कहा कि बिना नियोजन के शव नहीं उठेगा. प्रबंधन अस्थायी नियोजन देने की बात कर रहा है, लेकिन यह हाई स्किल में होना चाहिए.
उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी, आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा मुआवजा को लेकर प्रबंधन का कहना है कि जादू महतो कंपनी के कॉन्ट्रैक्टर थे, कर्मचारी नहीं. इसलिए मुआवजा नहीं दिया जा सकता. गौरतलब है कि जादू महतो की 5 एकड़ 71 डिसमिल जमीन वर्ष 2012 में डीसी व टुंडी विधायक मथुरा महतो की मौजूदगी में मोनेट कंपनी को दी गई थी. समझौते पर कंपनी ने अमल नहीं किया और जादू महतो वर्षों से परेशान थे.
इससे तंग आकर जादू महतो ने पिछले 28 अगस्त को पेट्रोल डालकर आत्मदाह कर लिया था. गंभीर हालत में उन्हें बोकारो बीजीएच ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई. जादू महतो ने अंतिम समय में दिए बयान में कंपनी के HR संजय कुमार, बीसीसीएल के PO विपिन कुमार और स्थानीय नेता सबुर गोराई को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था.
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