पांच माह से नहीं मिला पोषाहार, कुपोषण मुक्त का सपना अधूरा
दस सूत्री मांगों को पूरा करने की मांग
एआईएसीई धनबाद के महासचिव एम.जेड.अली ने कहा कि, पेंशनरों के साथ हुए अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के लिए लोगों ने इस इस धरने में भाग लिया है. वहीं एआईसीपीए के संयोजक पीके सिंह राठौर ने कहा कि, यह धरना मृत कोयला पेंसनरों की विधवाओं/विधुरों को पेंशन देने की प्रक्रिया के सरलीकरण तथा सीएमपीएस-1998 द्वारा समय-समय पर समीक्षा व प्रारंभ से अबतक स्थिर पेंशन में सुधार नहीं होने के कारण किया गया. साथ ही उन्होंने कहा कि, पेंशनरों के साथ हुए अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के लिए लोगों ने आज इस धरने में भाग लिया है. उन्होंने कहा कि कोयला क्षेत्र के सभी कर्मचारी सीएमपीएस 1998 नामक पेंशन योजना के तहत पेंशन पाते हैं. और कोयला पेंशनर की मृत्यु के बाद विधवा/विधुर अजीवज़न पेंशन के हकदार होते हैं. इसे भी पढ़ें- धनबाद:">https://lagatar.in/dhanbad-government-should-stop-ignoring-farmers-otherwise-they-will-play-brick-by-brick-pawan-sahu/27494/">धनबाद:किसानों की अनदेखी बंद करे सरकार, नहीं तो ईंट से ईंट बजा देंगे – पवन साहू
बोझिल प्रक्रिया को सरल करने की मांग
धरने के माध्यम से उन्होंने विधवा/विधुर पेंशन शुरू करने के लिए, मौजूदा बोझिल प्रक्रिया को सरल किये जाने की मांग, पेंशन में वृद्धि और सामान ग्रैड-समान पेंशन की नीति अपनाई जाय. इसके लिए सीएमपीएफ 1998 योजना में अधिसूचित प्रावधानों को लागू करना, सीएमपीएफ 1998 योजना में उल्लेखित 3 वर्षीय पेंशन समीक्षा संशोधन व वृद्धि सुनिश्चित कर बकाया राशि प्रदान करना, समान ग्रेड-समान पेंशन की स्वीकार्यता सुनिश्चित करने के लिए तंत्र तैयार करना, जैसे कई मांगों को पूरा करने की मांग की गई है. इसे भी पढ़ें- बोकारो:">https://lagatar.in/bokaro-police-searching-for-pandit-in-alleged-love-jihad-case-woman-will-also-be-searched/27465/">बोकारो:कथित लव जिहाद के मामले में पंडित को ढूंढ रही पुलिस, महिला की भी होगी तलाश

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