Dhanbad : रक्षाबंधन का पावन पर्व भाई-बहन के अटूट रिश्ते और स्नेह का प्रतीक है. इसी अवसर पर शनिवार को धनबाद मंडलकारा के बाहर भावनाओं से भरा एक अद्भुत नजारा देखने को मिला. सुबह से ही सैकड़ों बहनें अपने कैद में बंद भाइयों के लिए राखी और मिठाई लेकर पहुंच रही थी.
मंडलकारा के बाहर बहनों की लंबी कतार लग गई थी. उनके हाथों में थाल सजे थे, जिनमें राखियां, चावल, रोली और मिठाई रखी हुई थी. कुछ बहनें रंग-बिरंगे पारंपरिक परिधानों में सजी-धजी थीं जबकि कई के चेहरों पर भाई से मिलने की बेचैनी साफ झलक रही थी. माहौल में उल्लास, स्नेह और भावुकता का अनोखा संगम था.
वहीं सुरक्षा कारणों से जेल प्रशासन ने प्रत्यक्ष मुलाकात की अनुमति नहीं दी. इसके स्थान पर विशेष काउंटर बनाए गए जहां बहनों ने भाइयों के नाम के साथ राखी और मिठाई सौंपी. जेलकर्मी इन्हें अंदर ले जाकर कैदियों तक पहुंचा रहे थे. प्रशासन ने इस प्रक्रिया को सुचारु रूप से चलाने के लिए अतिरिक्त कर्मियों की भी तैनाती की थी जिससे भीड़ के बीच व्यवस्था बनी रही. राखी के साथ बहनों ने भाइयों की सलामती, लंबी उम्र और शीघ्र रिहाई की दुआएं भी भेजीं.
इस दौरान कई बहनों ने कहा कि भले ही वे भाइयों को सामने से राखी नहीं बांध पाई लेकिन यह जानकर सुकून है कि उनका स्नेह और आशीर्वाद उन तक पहुंच रहा है. बाहर लौटते समय कई बहनों की आंखें नम थीं लेकिन उनके चेहरे पर संतोष था कि उन्होंने इस पावन अवसर पर अपनी परंपरा निभाई और भाई के लिए दुआओं का संदेश पहुंचाया.
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