Dhanbad : आईआईटी-आईएसएम, धनबाद में मंगलवार को रिसर्च स्कॉलर्स, फैकल्टी मेंबर्स व विद्यार्थियों के लिए विशेष ऑथर वर्कशॉप आयोजित की गई. इसका विषय था एलीवेटिंग इंडियन रिसर्च ऑन द ग्लोबल स्टेज एनहांसिंग विजिबिलिटी थ्रू एडिटोरियल इनसाइट्स स्ट्रक्चर्ड राइटिंग एंड स्ट्रैटेजिक पब्लिशिंग. वर्कशॉप का आयोजन संस्थान की सेंट्रल लाइब्रेरी और स्प्रिंगर नेचर ने गोल्डन जुबली लेक्चर थियेटर में किया था. मुख्य अतिथि प्रोफेसर इनचार्ज (लाइब्रेरी) प्रो. अजय मंडल ने कहा कि इस तरह के आयोजन रिसर्च स्कॉलर्स के लिए बेहद उपयोगी हैं.
कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता Scientific Reports (स्प्रिंगर नेचर) की एडिटर डॉ. सुप्रिया लोखंडे शरीक हुईं. उन्होंने शोधपत्र की संरचना, लेखन शैली, सामान्य गलतियों से बचने व हाई-इंपैक्ट जर्नल्स में प्रकाशन के लिए जरूरी रणनीतियों पर विस्तार से प्रकाश डाला. कहा कि प्रभावी लेखन और सही संरचना शोध को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्यता दिलाने की कुंजी है.
डॉ. लोखंडे ने नैनोमैटेरियल्स पर ऊर्जा उत्पादन व स्टोरेज से जुड़े शोध कार्यों का भी अनुभव साझा किया. उनका काम CdS/CdSe क्वांटम डॉट्स पर केंद्रित रहा है, जिसके जरिए उन्होंने ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स व क्यू-एलईडी प्रोटोटाइप के विकास में योगदान दिया. वर्कशॉप में सेंट्रल लाइब्रेरी के लाइब्रेरियन पार्थ डे व डिप्टी लाइब्रेरियन डॉ. सतीश कुमार भी मौजूद रहे.
इंटरएक्टिव सत्र में प्रतिभागियों ने मैन्युस्क्रिप्ट लेखन, पब्लिशिंग प्रोसेस व पीयर रिव्यू सिस्टम से जुड़े प्रश्न पूछे, जिनका विशेषज्ञों ने विस्तार से उत्तर दिया. वर्कशॉप का उद्देश्य शोधकर्ताओं को इस तरह सक्षम बनाना रहा ताकि वे अपने शोध कार्य को अंतरराष्ट्रीय स्तर की पत्रिकाओं में बेहतर ढंग से प्रस्तुत कर सकें.
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