Jadugoda : यूसिल की सात यूरेनियम प्रोजेक्ट से विस्थापित हुए ग्रामीणों की कमिटियों ने नरवा पहाड़ स्थित हाड़तोपा पंचायत भवन में बैठक की. इस बैठक में सभी ने एकजुट होकर कंपनी के खिलाफ अपनी मांगों को आंदोलन की रणनीति तैयार की. विस्थापितों ने आरोप लगाया कि यूसिल ने समझौते के बावजूद अपनी वादों को पूरा नहीं किया, जिससे उनका धैर्य अब टूट रहा है.
जब तक हमारी जमीन का इस्तेमाल करेगी, तब तक नौकरी देना होगा : बुधराय किस्कू
नरवा पहाड़ विस्थापित कमिटी के अध्यक्ष बुधराय किस्कू ने कहा कि जब तक कंपनी हमारी जमीन का उपयोग कर रही है, तब तक उसे पीढ़ी दर पीढ़ी हमें नौकरी देनी होगी. लेकिन कंपनी हर बार वादा कर पीछे हट जाती है. उन्होंने घोषणा की कि दो सप्ताह बाद फिर बैठक होगी, जिसमें आंदोलन की तारीख और रणनीति पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा.
कंपनी और दलाल की बीमारी का इलाज जरूरी : माझी बाबा
राजदोहा के माझी बाबा, माझी युवराज टुडू ने कहा कि अपने बच्चों के भविष्य के लिए विस्थापितों को एकजुट होना होगा. कंपनी हर बार वादा तो करती है, पर निभाती नहीं. कंपनी और दलाल की इस बीमारी का इलाज ज़रूरी है. उन्होंने इस बैठक को बड़ी उपलब्धियां करार दिया.
कमिटी आगे जोरदार आंदोलन करेगी : गाजिया हांसदा
विस्थापित नेता गाजिया हांसदा ने यूसिल पर आरोप लगाते हुए कहा कि समझौते के बाद भी यूसिल उनकी मागों को अधर में लटका देती है. इसको लेकर कई बार पत्राचार भी किया गया, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ. कंपनी को सेवानिवृति के बाद नियोजन और लंबित मामलों को प्राथमिकता देनी होगी. इसके लिए कमिटी आगे जोरदार आंदोलन करेगी.
बैठक में उपस्थित विस्थापित कमिटी के सदस्य
इस बैठक में बागजाता, नरवा पहाड़, चाटीकोचा, तूरामडीह, पुड़ीहासा आदि क्षेत्रों की विस्थापित कमिटियों के सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद थे. वहीं प्रमुख रूप से बुधराय किस्कू (नरवा पहाड़ विस्थापित कमिटी के अध्यक्ष), माझी युवराज टुडू व माझी बाबा (राजदोहा), मोची राम सोरेन, गाजिया हांसदा, भोक्ता हासदा, मेघराय हांसदा, गांजिया हांसदा, झांनो दिग्गी, पर्वत किस्कू, भोगला मार्डी, दसमत मुर्मू सहित अन्य ने हिस्सा लिया.
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