New Delhi : अमेरिकी राष्ट्रकपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रयपति व्लादिमीर पुतिन के बीच 15 अगस्त को अलास्का में मुलाकात होने वाली है. विश्व भर की नजर उस मुलाकात पर रहेगी. इसी बीच खबर आयी है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने आज सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर लंबी बातचीत की. जेलेंस्की ने खुद यह जानकारी दी है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि क्या बात की है.
I had a long conversation with the Prime Minister of India @narendramodi. We discussed in detail all important issues – both of our bilateral cooperation and the overall diplomatic situation. I am grateful to the Prime Minister for his warm words of support for our people.
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) August 11, 2025
I… pic.twitter.com/Lx9b3sMAbb
Glad to speak with President Zelenskyy and hear his perspectives on recent developments. I conveyed India’s consistent position on the need for an early and peaceful resolution of the conflict. India remains committed to making every possible contribution in this regard, as well…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 11, 2025
पीएम मोदी ने भी एक्स पर पोस्ट किया. लिखा कि राष्ट्रिपति जेलेंस्की से बात कर हालिया घटनाक्रम पर उनके विचार सुनकर खुशी हुई. मैंने जेलेंस्की् के साथ इस संघर्ष के शीघ्र और शांतिपूर्ण समाधान की जरूरत पर भारत के स्थायी रुख को साझा किया. भारत इस दिशा में हर संभव योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है.
जेलेंस्की ने लिखा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से लंबी बातचीत की. लिखा कि हमारे बीच बाइलेटरल रिलेशन और ओवरऑल डिप्लोमैटिक सिचुएशन पर चर्चा हुई, मैं प्रधानमंत्री मोदी के यूक्रेन के लोगों के प्रति गर्मजोशी भरे समर्थन के लिए आभारी हूं.
जेलेंस्की ने लिखा कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी को जापोरिजया में बस स्टेगशन पर हुए कल के रूसी हमले के बारे में जानकारी दी. हमला उस समय किया गया, जब युद्ध खत्म करने का एक कूटनीतिक अवसर मौजूद है.
जेलेंस्की ने इस बात को माना कि भारत शांति प्रयासों का समर्थन कर रहा है और भारत मानता है कि यूक्रेन से संबंधित हर चीज पर निर्णय लेते समय यूक्रेन की भी सहमति जरूरी है. जेलेंस्की ने रूस पर लगाये गये प्रतिबंधों पर भी चर्चा की.
जेलेंस्की ने जानकारी दी कि उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि रूसी एनर्जी को विशेष रूप से तेल के एक्सपोर्ट को कंट्रोल करना अत्यावश्यक है, तभी रूस को मनमानी करने से रोका जा सकता है. जेलेंस्की ने इस बात पर बल दिया कि जिन नेताओं के पास रूस पर ठोस प्रभाव डालने की क्षमता है, उन्हें मास्को को इसके अनुरूप संदेश भेजना चाहिए.
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