New Delhi : कांग्रेस सांसद व लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में इंडिया अलायंस के सासंदों ने आज सोमवार को संसद से भारत निर्वाचन आयोग तक मार्च निकाला. मार्च बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान मतदाता धोखाधड़ी के आरोपों के विरोध में निकाला गया.
This is @BJP4India’s 'New India.'
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) August 11, 2025
Peaceful Opposition leaders, including women MPs, dragged, manhandled, and bundled into vans by Amit Shah’s Delhi Police. Told they were being taken to Parliament, instead dumped in police stations like common criminals.
All this while… pic.twitter.com/ZeILhVvTUu
Four clear demands. One united Opposition. ZERO TOLERANCE for BJP-ECI’s election sabotage.
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) August 11, 2025
1️⃣ Immediate FIR against ex-CEC Rajiv Kumar for orchestrating voter list manipulation
2️⃣ Make digital draft lists public
3️⃣ Scrap the Special Intensive Revision
4️⃣ Stop demanding BLA-II… pic.twitter.com/ApPuVLXSIz
We have two crystal-clear demands:
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) August 11, 2025
1️⃣ Withdraw Special Intensive Revision
2️⃣ Produce digital voter lists
We raised these demands in Parliament. The BJP-ECI nexus stonewalled us. We protested outside Parliament daily. They ignored us.
Now that the Opposition has taken the fight… pic.twitter.com/cMx7IaWEsY
लेकिन दिल्ली पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकार उन्हें रास्ते में ही रोक दिया. पुलिस ने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, संजय राउत और सागरिका घोष सहित INDI ब्लॉक के सांसदों को हिरासत में लिया. संसद से चुनाव आयोग कार्यालय तक मार्च के दौरान टीएमसी सांसद मिताली बाग बेहोश हो गयी. लोकसभा नेता राहुल गांधी ने उन्हें पानी पिलाया और कार तक पहुंचाने में मदद की.
पुलिस की कार्र्वाई को लेकर टीएमसी ने आरोप लगाया कि अमित शाह की दिल्ली पुलिस ने महिला सांसदों समेत शांतिपूर्ण विपक्षी नेताओं को घसीट कर उन्हें वैन में ठूंस दिया.उन्हें आम अपराधियों की तरह पुलिस थानों में ठूंस दिया गया. टीएमसी ने इसे संविधान व लोकतंत्र पर पूर्व नियोजित हमला करार दिया. आरोप लगाया कि यह स्पष्ट संदेश है कि भाजपा असहमति को कुचलने और चुनाव जीतने के लिए बल प्रयोग करेगी.
टीएमसी ने कहा कि हम भाजपा-चुनाव आयोग की मिलीभगत तो बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे, मतदाता सूची में हेराफेरी करने के आरोप में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज करने की मांग टीएमसी ने की है, साथ ही SIR रद्द करने की मांग करते हुए डिजिटल ड्राफ्ट सूचियों को सार्वजनिक करने की मांग की गयी है.
टीएमसी ने कहा कि बैरिकेडिंग, लाठी चार्ज, फर्जी गिरफ्तारियां भाजपा की धांधली करने वाली मशीनरी(चुनाव आयोग को नहीं बचा पायेगी. कहा कि हमने संसद में ये मांगें उठाईं. हम रोज संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन करते रहे. लेकिन उन्होंने हमारी अनदेखी की.
टीएमसी ने कहा कि अब जब विपक्ष वोट चोरी के खिलाफ सड़कों पर उतर आया है, अमित शाह की दिल्ली पुलिस हमारे सांसदों को हिरासत में लेने के लिए आ धमकी है.वे हमें गिरफ्तार कर सकते हैं. मुंह बंद कर सकते हैं. लेकिन वे सच्चाई को नहीं मिटा सकते. हम उनकी चुनावी चोरी का पर्दाफाश करेंगे.
Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें
Leave a Comment