Ranchi : रांची में आज मंगलवार को नशे के खिलाफ ज़ोरदार अभियान की शुरुआत हुई. एक तरफ सिविल सर्जन कार्यालय से नशा विरोधी रैली निकली, तो दूसरी तरफ समाहरणालय से उपायुक्त ने एक खास प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने खुद प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाते हुए कहा, नशा एक बुरी आदत ही नहीं, समाज के लिए भी खतरा है. इससे लड़ना हम सबकी जिम्मेदारी है.ये प्रचार वाहन रांची के अलग-अलग इलाकों बाजार, हाट, चौक-चौराहों और गांवों में जाकर लोगों को बतायेगा कि नशा कैसे ज़िंदगी को बर्बाद कर देता है.
उपायुक्त ने जानकारी दी कि 10 जून से 26 जून तक जिले भर में नशे से जुड़े खतरे और उससे बचाव को लेकर कई तरह के कार्यक्रम चलाए जायेंगे. इनमें नुक्कड़ नाटक, स्कूल-कॉलेजों में बातचीत, कार्यशालाएं और पर्यटन स्थलों पर जनजागरूकता अभियान भी शामिल हैं.
दूसरी ओर सिविल सर्जन ऑफिस से निकली जागरुकता रैली ने लोगों का ध्यान खींचा. रैली की अगुवाई डीटीओ डॉ. एस बास्की ने की. रैली में स्वास्थ्य विभाग, टाटा कैंसर केयर हॉस्पिटल और टोबैको कंट्रोल सेल के लोग शामिल हुए.
डॉ बास्की ने कहा, नशा ना सिर्फ शरीर को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि परिवार और समाज को भी तोड़ देता है. समय रहते जागरूक होना ज़रूरी है. जिला कार्यक्रम प्रबंधक प्रवीण सिंह ने कहा कि अगर लोग नशे से बाहर निकलें, तो न सिर्फ वो खुद बेहतर बनते हैं, बल्कि पूरा समाज भी मजबूत होता है.
टोबैको कंट्रोल सेल के सलाहकार सुशांत कुमार ने भी यही बात दोहराई. कहा कि नशे से छुटकारा पाने के लिए जानकारी और जागरूकता सबसे बड़ा हथियार है.