Ranchi : डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय रांची में फीस वृद्धि सहित विभिन्न छात्र–मुद्दों को लेकर बीते छह दिनों से जारी पूर्ण तालाबंदी आखिरकार सातवें दिन समाप्त हो गई. तालाबंदी की शुरुआत आइसा और आदिवासी छात्र संघ के नेतृत्व में हुई थी, जिसे बाद में छात्र राजद और मूलनिवासी छात्र संघ का भी समर्थन मिला.
लगातार विरोध–प्रदर्शन और परिसर में जमे तनावपूर्ण माहौल के बाद 25 नवंबर 2025 को छात्र संगठनों और विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच लंबी वार्ता हुई. देर शाम समाप्त हुई बैठक में कुल 14 सूत्री मांगों पर विचार हुआ, जिनमें से 6 मांगों पर तत्काल सहमति बन गई.
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा मान ली गई 6 प्रमुख मांगें
1. फीस संरचना में किसी प्रकार का बदलाव नहीं बैठक में स्पष्ट किया गया कि मौजूदा शुल्क संरचना यथावत रहेगी। 07/07/2022 के मेमो को तकनीकी कारणों से निरस्त करना संभव नहीं है, क्योंकि कई बैच इस बीच उत्तीर्ण हो चुके हैं.
2. एससी/एसटी छात्रों के लिए शुल्क छूट की सिफारिश हेतु समिति गठन विशेष समिति बनाई जाएगी जो एससी/एसटी छात्रों के लिए फीस में छूट पर अपनी रिपोर्ट देगी. इसकी सिफारिश आने वाले शैक्षणिक सत्र 2026-27 से लागू की जाएगी.
3. वाणिज्य विभाग में अधोसंरचना सुदृढ़ीकरण विभाग को स्मार्ट बोर्ड सहित आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी ताकि शिक्षण–प्रक्रिया बेहतर हो सके.
4. फीस जमा करने की तिथि में दो दिन का विस्तार कोर्स और परीक्षा शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि बढ़ाकर 25 और 26 नवंबर 2025 कर दी गई है.
5. वाणिज्य विभाग की लाइब्रेरी का सुदृढ़ीकरण लाइब्रेरी में नई पुस्तकें और अध्ययन–सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे छात्रों को बेहतर शैक्षणिक संसाधन मिल सकें.
6. छात्र संघ चुनाव जल्द आयोजित करने की घोषणा विश्वविद्यालय प्रबंधन ने छात्र संघ चुनाव कराने पर सहमति जताई है. चुनाव से संबंधित विस्तृत जानकारी सभी हितधारकों से चर्चा के बाद जारी की जाएगी.
छात्र संगठनों ने इसे अपनी बड़ी जीत बताया और यह भी कहा कि जब तक शेष मांगों पर सुनिश्चित कार्यवाही नहीं होती, तब तक उनकी निगरानी जारी रहेगी. वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन ने उम्मीद जताई कि आगे से संवाद के माध्यम से ही सभी मुद्दों का समाधान निकाला जाएगा.
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