Ranchi : शराब घोटाले की जांच कर रही एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की कार्रवाई से उत्पाद नीति 2025 लागू करने में परेशानी पैदा हो गयी है. यह स्थिति एसीबी द्वारा 26 अगस्त को उत्पाद नीति और उसे लागू करने से संबंधित फाइलों के जब्त करने की वजह से हुई है. कॉरपोरेशन में अब छाया संचिका भी नहीं बची है, जिसके सहारे कामकाज जारी रखा गया था.
एसीबी की टीम 26 अगस्त के शराब घोटाले की जांच के दौरान बिवरेजेज कॉरपोरेशन और विभाग में पहुंची. दिनभर की जांच पड़ताल के बाद एसीबी की टीम शाम को गाड़ी में भरकर सारी फाइलें ले गयी. इसमें उत्पाद नीति 2025 के तहत शराब की खुदरा बिक्री के लिए दुकानों की नीलामी से जुड़ी फाइलें भी शामिल हैं.
एसीबी की इस कार्रवाई की वजह से कॉरपोरेशन में अब छाया संचिका भी नहीं बची. इससे एक सितंबर से नयी नीति के तहत शराब की खुदरा बिक्री शुरू होने में देर होने की आशंका जतायी जा रही है. साथ ही सरकार को राजस्व के नुकसान होने और कानूनी परेशानी होने का खतरा पैदा हो गया है.
उत्पाद नीति 2025 को लागू करने के लिए सरकार ने मैनपॉवर सप्लाई करने वाली कंपनियों से वापस लेकर दुकानों की नीलामी की थी.
22 अगस्त को दुकानों की नीलामी की प्रक्रिया पूरी कर नीलामी में सफल होने वाले व्यापारियों को खुदरा दुकानें सौंपने की प्रक्रिया शुरू की गयी, ताकि एक सितंबर से इन दुकानों के माध्यम से शराब की खुदरा बिक्री हो सके. इसमें देर होने पर नीलामी में सफल होने वाले व्यापारियों द्वारा अदालत का दरवाजा खटखटाने की संभावना है.
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