Ranchi: प्रवर्तन निदेशालय द्वारा Maxizone के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान 15 हजार क्रिप्टो करेंसी(USDT) सहित अन्य चीजें जब्त की गयी थी. कंपनी के 21 बैंक खातों में 307 करोड़ रुपये जमा कराने से संबंधित सबूत मिले हैं.
कंपनी के निदेशक चंद्रभूषण सिंह को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. मामले में आगे की जांच जारी है. ईडी द्वारा Maxizone चिटफंड घोटाले के सिलसिले में जारी विज्ञप्ति में इसकी जानकारी दी गयी है.
ईडी की विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस चिटफ़ंड घोटाले की जांच के दौरान 16 सितंबर और तीन दिसंबर 2025 को Maxizone से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापा मारा था. छापेमारी के दौरान वित्तीय लेनदेन, नकद लेनदेन, चेकबुक, डायरी में लिखे गये हिसाब किताब, डिजिटल डिवाईस, 10 लाख रुपये नकद और 15 हज़ार क्रिप्टो करेंसी(USDT)जब्त किये गये थे. यह एक ऐसी क्रिप्टो करेंसी है, जिसकी क़ीमत अमेरी डॉलर के बराबर रखने की कोशिश की जाती है.
Maxizone कंपनी के निदेशक चंद्रभूषण सिंह और उसकी पत्नी प्रियंका सिंह है. इन अभियुक्तों ने बेहतर निवेश का लालच देकर आम लोगों से निवेश कराया और फरार हो गये. इस कंपनी के ख़िलाफ जमशेदपुर, बिहार,उत्तर प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक में लोगों के साथ ठगी के आरोप में प्राथमिकी दर्ज है.
जांच के दौरान पाया गया कि इस कंपनी के निदेशकों ने ठगी के पैसों से बेनामी संपत्ति खरीदी. साथ ही कामों में निवेश किया. छापेमारी में मिले तथ्यों को देखते हुए आगे की जांच के लिए कंपनी के निदेशक चंद्रभूषण सिंह और उसकी पत्नी प्रियंका सिंह को गिरफ़्तार किया गया. दोनों पहले से जेल में बंद थे. गिरफ्तारी के बाद न्यायालय के आदेशानुसार चंद्रभूषण सिंह को पांच दिनों के रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है.
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