New Delhi : भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के हालिया बयानों पर नाराजगी जताई है. आयोग ने आज शुक्रवार को कहा कि जब राहुल गांधी को आपत्ति जताने के लिए बुलाया जाता है तो वह आते ही नहीं. और अब आयोग के कर्मचारियों को धमका रहे हैं.
Election Commission of India’s further response to Lok Sabha LoP Rahul Gandhi -
— ANI (@ANI) August 1, 2025
"1. ECI sends a mail to him on 12 June 2025. He does not come.
2. ECI sends him a letter on 12 June 2025, he does not respond.
3. He has never sent any letter to ECI on any issue, whatsoever.
4.… pic.twitter.com/8JRTica7Qk
❌ दिये गये बयान भ्रामक, तथ्यहीन और धमकाने वाले हैं।#ECIFactCheck
— Election Commission of India (@ECISVEEP) August 1, 2025
✅ विस्तृत रूप से नीचे दिए गए इमेज में पढ़े 👇 https://t.co/Mc5wsBzhDL pic.twitter.com/NdTd8NM5jD
दरअसल कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज संसद भवन परिसर में बिहार एसआईआर को लेकर फिर दोहराया कि हमारे पास इस बात के खुले और ठोस सबूत हैं कि चुनाव आयोग वोट चोरी में शामिल है. कहा कि चुनाव आयोग में ऊपर से नीचे तक जो भी इस काम में शामिल है, हम उन्हें बख्शेंगे नहीं.
राहुल ने साफ तौर पर आरोप लगाया कि वह भारत के खिलाफ काम कर रहा है. यह देशद्रोह से कम नहीं है. कर्मचारियों को धमकाते हुए कहा कि आप कहीं भी हों, चाहे आप रिटायर्ड ही क्यों न हों, हम आपको ढूंढ निकालेंगे.
राहुल गांधी ने कहा कि जैसे ही हमने सबूत रिलीज किये, वैसे ही पूरे देश को पता चल जाएगा कि इलेक्शन कमीशन वोट चोरी करा रहा है और किसके लिए कर रहा है? राहुल ने आरोप लगाया कि आयोग भाजपा के लिए ऐसा कर रहा है. बता दें कि इन दिनों राहुल गांधी लगातार आयोग पर हमलावर हैं.
ECI ने राहुल के बयानों को बेबुनियाद'और गैर-जिम्मेदाराना बताते हुए कहा कि वह ऐसे आरोपों को नजरअंदाज करता है. इस क्रम में आयोग ने अपने सभी चुनावी कर्मियों को ऐसी टिप्पणियों पर ध्यान न देने और निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से काम जारी रखने का निर्देश दिया है.
चुनाव आयोग ने कहा कि राहुल गांधी को 12 जून 2025 को ईमेल भेज गया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए. उस दिन उन्हें पत्र भी भेजा गया, लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया. आयोग के अनुसार राहुल गांधी ने अब तक किसी भी मुद्दे पर आयोग को कोई पत्र नहीं भेजा है.
ECI ने इसे अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि अब वह आधारहीन आरोप लगा रहे हैं. आयोग ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि वे बिना किसी दबाव के अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें. लोकतांत्रिक प्रक्रिया की गरिमा को बनाए रखें.
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